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Bihar news: बांका में नियम-कानून को ताक पर रख कर खुले में काटे जा रहे खस्सी व मुर्गे, दुर्गंध से लोगों का जीना हुआ मुहाल

Bihar news: बांका में नियम-कानून को ताक पर रख कर खुले में काटे जा रहे खस्सी व मुर्गे, दुर्गंध से लोगों का जीना हुआ मुहाल

 बांका-  सभी  प्रखंड के विभिन्न जगहों पर धड़ल्ले से खुले में मांस मछलियां बिक्री हो रही है। अवैध तरीके से संचालित बुचड़खानो पर लगाम लगाने में प्रशासनिक अधिकारी पुरी तरह विफल साबित हो रहे हैं।  जिले में दर्जनों की संख्या में   शहर के रोड किनारे  बाजार  के बीचोबीच इनकी दुकान  संचालित की जाती है। इन दुकानों के पास ना तो किसी प्रकार का वैद्य लाइसेंस है  और ना ही किसी प्रकार के विभागीय अनुमति । शहर के चौंक चौराहे, हाट परिसर समेत विभिन्न जगहो पर दुकानदार धड़ल्ले से मुर्गे की कटाई करते नजर आ रहे है उनके पंख उनके उपयोग में ना आने वाली चीज सभी को शहर के नाली में बहा दिया जाता है । जिससे की नली में  सड़ कर बदबू देने लगती है और विभिन्न तरह की बीमारियों को पैदा करती है । 

 यही नहीं सड़क किनारे खुले में पशुओं को काटते देखकर स्कूल जाते हुए बच्चों के दिमाग पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव  पड़ रहा है ।ऐसे बच्चों को तरह-तरह की बीमारियां भी उत्पन्न हो होती है। जिले में ऐसी दुकानों की संख्या सैकड़ो में जिसका लेखा-जोखा विभाग के पास नहीं है। इन्हें रोकने या टोकने वाला कोई नहीं है जिस कारण ऐसे दुकानदारो का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। 

वही अमरपुर  शहर के व्यस्तम इलाका हाट परिसर में घनी आबादी है।  जिसमें मंगलवार तथा शुक्रवार को हाट लगती है। हाट के दिन घनी आबादी के बीच धड़ल्ले से मुर्गा  मछली व  बकरे को  बीच रोड पर काट कर   बिक्री की जाती है जिसका बदबुदार व  खून से लथपथ गंदा पानी दुकान बीच सड़को पर बहा देते है। गंदी व बदबुदार पानी की सड़ाँध पुरा सप्ताह हाट परिसर में फैली रहती है जिस कारण आम लोगो के बीच मलेरिया, डेंगु, कालाजार जैसी घातक बीमारी होने की आशंका बनी रहती है। 

सरकार के निर्देशानुसार पशु की कटाई के लिए लाईसेंस लेना अनिवार्य है लेकिन आज भी 90 प्रतिशत दुकानदार बिना लाईसेंस के शहर में बुचड़खाना संचालित कर रहे है। ऐसे दुकानदारो का लाईसेंस की जांच करना भी अधिकारी गण मुनासीब नहीं समझते है। सरकार का साफ निर्देश है कि शहर के अंदर खुले में मांस, मछली की बिक्री करने पर पुर्ण रूपैण प्रतिबंध है लेकिन सरकार के निर्देशो का अमरपुर शहर में दुकानदारो के द्वारा खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। अमरपुर प्रखंड में प्रवेश करते ही इंगलिशमोड़ चौंक, बस स्टैण्ड, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के समीप, गोला चौंक, थाना के समीप, बंगाली टोला समेत हाट परिसर में मुख्य सड़क पर खुलेआम दुकानदारो के द्वारा मांस मछली की बिक्री करते देखी जा सकती है।

जबकि इसको लेकर नगर  सरकार उदासीन बना हुआ है। नगर पंचायत  की ओर से आज तक  अमरपुर शहर की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ऐसी दुकानों को व्यवस्थित किये जाने की दिशा मेंआजतक कोई भी प्रयास  नहीं की गयी है। नगर पंचायत की ओर से स्वच्छता को लेकर लंबे-लंबे होर्डिंग लगाते है  रैली निकालते  है  लेकिन इस ओर  कोई भी  प्रयास नगर सरकार की ओर से नहीं की जा रही है।नगर पंचायत की बोर्ड के  बैठक में भी आजतक   मीट शॉप या  स्लॉटर हॉउस का निर्माण कराये जाने पर ना  ही कभी मुख्य पार्षद या किसी  भी पार्षदों के द्वारा  बैठक में  चर्चा  की गयी और न ही कभी प्रस्ताव लिया गया है। ऐसे में शहर की स्वच्छता को लेकर जो लाख दावे और खर्च किए जा रहे हैं वह बेकार साबित हो रहा है । यहां तक कि दुकानदारो को प्रशासनिक अधिकारियों का तनिक भी भय नहीं है।। 

वहीं  अमरपुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर सिंह ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर जगह को चिन्हित कर सभी  मांस एवम और मछली दुकानदारों को एक जगह लगाया  जाएगा।

रिपोर्ट- चंद्रशेखर कुमार भगत 


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