Bihar Crime: प्रधानमंत्री के आगमन से पहले हत्या, रंगदारी की जंग में लहूलुहान हुआ बिहार, इलाके में बवाल
Bihar Crime:बिहार में अपराधियों ने एक युवक को गोली मार दी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

Bihar Crime: रंगदारी विवाद ने एक बार फिर खून की कहानी लिख दी। सड़क निर्माण कार्य में मुंशी का काम करने वाला नीतीश कुमार उर्फ वैभव गुरुवार को अपराधियों की गोली का शिकार हो गया। गंभीर रूप से घायल नीतीश को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उसे भागलपुर रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के भटगामा गांव की घटना से हड़कंप मचा हुआ है।
परिजनों का आरोप है कि इस घटना के पीछे गांव के ही स्थानीय मुखिया का हाथ है। उनका कहना है कि नीतीश से लंबे समय से रंगदारी की मांग की जा रही थी। 30 जुलाई को भी उससे रंगदारी मांगी गई थी और मारपीट की गई थी, जिसका केस थाने में दर्ज हुआ था। लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, नतीजा यह हुआ कि अपराधियों के हौसले और बढ़ गए और आखिरकार नीतीश की जान चली गई।
गांव में फैली सनसनी के बीच मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। परिवार का साफ आरोप है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती, तो आज नीतीश जिंदा होता।
नीतीश का शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीण गुस्से में मुखिया की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर घटना को लेकर हलचल तेज हो गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
बहरहाल यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि उस सिस्टम की नाकामी का भी पर्दाफाश है, जहां रंगदारी की शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कब तक मधेपुरा जैसे इलाकों में रंगदारी और दहशत का राज यूं ही चलता रहेगा?
रिपोर्ट- बालमुकुंद शर्मा