Bihar Crime: बिहार में मर्डर मंजर जारी,अब छुट्टी पर आए युवक की हत्या से सनसनी, सैनिक से लेकर छात्र तक निशाने पर
Bihar Crime:एक मां का बेटा, एक परिवार का सहारा, चार दिन की छुट्टी में वापस लौटने के बजाय ताबूत में बंद होकर घर पहुंचा। यह सिर्फ हत्या नहीं, एक घर का उजड़ जाना है।

Bihar Crime: एक मां का बेटा, एक परिवार का सहारा, चार दिन की छुट्टी में वापस लौटने के बजाय ताबूत में बंद होकर घर पहुंचा। यह सिर्फ हत्या नहीं, एक घर का उजड़ जाना है।भागलपुर शहर के मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात उस वक़्त हाहाकार मच गया, जब अस्पताल चौक के पास भीड़भाड़ के बीच अचानक गोलियों की आवाज़ गूंज उठी। कुछ ही सेकंड में एक 22 वर्षीय युवक ज़मीन पर गिर चुका था, उसकी साँसें टूट चुकी थीं, और चारों ओर मातम छा गया।
मृतक की पहचान शिवम कुमार, पिता संजीव सिंह, निवासी मधुसूदनपुर के रूप में हुई है। शिवम नासिक की एक निजी कंपनी में कार्यरत था और चार दिन पहले ही अपने परिवार से मिलने के लिए छुट्टी लेकर घर लौटा था। परिजनों के अनुसार, गुरुवार की शाम वह यूँ ही टहलने निकला था। किसे पता था कि यह उसकी ज़िंदगी की आख़िरी शाम होगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 8 बजे दो बाइक सवार बदमाशों ने शिवम को चारों ओर से घेर लिया और बिना किसी कहासुनी के तीन गोलियां दाग दीं। एक गोली उसके सीने में, एक पेट में और एक कंधे को चीरती हुई निकल गई। बदमाश वारदात को अंजाम देकर अंधेरे में ग़ायब हो गए, और शिवम लहूलुहान हालत में ज़मीन पर पड़ा तड़पता रहा।
परिजनों को जैसे ही सूचना मिली, दौड़ते हुए उसे मायागंज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल के गलियारे मातम और चीत्कारों से भर उठे। शिवम की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार यही कह रही हैं कि मेरा बेटा तो किसी से लड़ता तक नहीं था, उसे क्यों मार दिया...?"
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी टू राकेश कुमार और मधुसूदनपुर थाना प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी की और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है। डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला भूमि विवाद से जुड़ा प्रतीत होता है, परंतु हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं।हालांकि, अब तक की पड़ताल में कोई प्रत्यक्ष दुश्मनी या पुरानी रंजिश सामने नहीं आई है। इस रहस्य से परदा उठना अभी बाकी है।
अस्पताल चौक जैसे व्यस्त इलाके में हुई हत्या ने पुलिस की गश्ती और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय पर पुलिस गश्त होती, तो बदमाशों का हौसला यूं बुलंद न होता।घटना के बाद से मोहल्ले में सन्नाटा और डर पसरा हुआ है। लोग अपने बच्चों को बाहर भेजने से कतरा रहे हैं। वहीं, परिजन और मोहल्लेवासियों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर आवाज़ बुलंद की है।पुलिस के लिए यह एक इम्तिहान है इंसाफ़ कितना तेज़ और कितना सख़्त होता है, यह देखने का वक्त है।
रिपोर्टर – अंजनी कुमार कश्यप