Bihar Crime: बिहार में घर में घुसकर हवलदार की गला रेतकर हत्या, छुट्टी पर घर लौटना बना काल, अपराधियों ने कानून को दी खुली चुनौती
Bihar Crime: एक हवलदार, जो छुट्टी पर अपने ही घर सुकून की तलाश में आया था, उसी घर में अज्ञात दरिंदों ने घुसकर उसकी गर्दन रेत दी।....
Bhojpur: जिले के चांदी थाना क्षेत्र के भगवतपुर गांव में शुक्रवार की देर रात जो हुआ, उसने कानून, वर्दी और सुरक्षा तीनों पर एक साथ करारी चोट कर दी। झारखंड पुलिस में पदस्थापित एक हवलदार, जो छुट्टी पर अपने ही घर सुकून की तलाश में आया था, उसी घर में अज्ञात दरिंदों ने घुसकर उसकी गर्दन रेत दी। 60 वर्षीय पशुपति नाथ तिवारी, जिनकी पहचान एक सख़्त मगर ईमानदार पुलिसकर्मी के तौर पर थी, अब खून से सने फर्श पर एक खामोश सवाल बन चुके हैं क्या वर्दी पहनने वाला भी अपने गांव में महफूज़ नहीं?
हजारीबाग में चालक हवलदार के पद पर तैनात पशुपति नाथ तिवारी करीब एक हफ्ते पहले ही छुट्टी लेकर भगवतपुर लौटे थे। वजह भी मामूली नहीं थी—घर में हाल ही में चोरी हुई थी। शायद उन्हें अंदेशा नहीं था कि चोरी की तह तक जाने से पहले ही मौत उनका इंतज़ार कर रही है। शुक्रवार की रात वे पत्नी के साथ आग सेंक रहे थे। रात गहरी हुई, पत्नी एक कमरे में सोने चली गईं और पशुपति नाथ तिवारी दूसरे कमरे में। इसी सन्नाटे का फायदा उठाकर कातिलों ने घर में सेंध लगाई और धारदार हथियार से गर्दन पर वार कर बेरहमी से हत्या कर दी।
शनिवार की सुबह जब परिजन जगाने पहुंचे, तो खून से लथपथ शव देखकर उनके होश उड़ गए। गर्दन पर गहरे जख्म साफ बता रहे थे कि यह कोई अचानक हुआ झगड़ा नहीं, बल्कि पूरी तैयारी से अंजाम दी गई वारदात थी। गांव में दहशत और ग़ुस्से का माहौल है। लोग दबी ज़ुबान में पूछ रहे हैं जब पुलिस वाला ही सुरक्षित नहीं, तो आम आदमी की हिफाज़त कौन करेगा?
सूचना मिलते ही चांदी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हालात की संगीनता को देखते हुए सदर एसडीओ-2 रंजीत कुमार सिंह, आरा सदर एसडीपीओ-2 रंजीत सिंह और थानाध्यक्ष राकेश रौशन पुलिस बल के साथ पहुंचे। एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। एसडीपीओ रंजीत सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह धारदार हथियार से की गई नृशंस हत्या है और हर एंगल से जांच की जा रही है।
फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, लेकिन यह कत्ल सिर्फ एक शख़्स की जान नहीं ले गया यह कानून-व्यवस्था पर सीधा तमाचा है। अब देखना यह है कि पुलिस इस अंधे कत्ल से पर्दा उठाती है या यह मामला भी फाइलों की गर्द में दफन हो जाता है।
रिपोर्टर- आशीष कुमार