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CRIME IN PURNIA : फर्जी कंपनी में नौकरी देने के नाम पर युवक-युवतियों से कर रहा था शातिर नटवरलाल, जांच में मिला सीबीआई का फर्जी आईकार्ड

CRIME IN PURNIA : फर्जी कंपनी में नौकरी देने के नाम पर युवक-युवतियों से कर  रहा था शातिर नटवरलाल, जांच में मिला सीबीआई का फर्जी आईकार्ड

PURNIA : पूर्णिया पुलिस ने शुक्रवार शाम नटवर लाल को गिरफ़्तार किया। शातिर  ने खुद के नाम से न सिर्फ 4 फर्जी आधार कार्ड बना रखा था, बल्कि उसके पास सीबीआई का फर्जी पहचान पत्र भी मिला है। नटवर लाल ने फर्जी पहचान के आधार पर कसबा में एकम किसान हट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बना रखी थी। इसी कंपनी में नौकरी देने के नाम पर शातिर नटवर लाल ने सैकड़ो बेरोजगार युवक और युवतियों से लाखों रुपये की ठगी कर ली। पुलिस के गिरफ़्त में आए नटवर लाल का पहचान यूपी के गाजीपुर जिले के कादीपुर वार्ड 38  निवासी वीर बहादुर राम के बेटे अजय कुमार के रूप में हुई है।

पूर्णिया पुलिस अध्यक्ष कार्तिके शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम फोन पर उन्हें ये सूचना मिली कि एकम किसान हट प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर शुभम सिंह को कसबा नेमा टोल मोहल्ले में ग्रामीण युवक और युवतियों ने बंधक बनाए रखा है। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और मामले को समझते हुए ब्रांच मैनेजर को भीड़ के बीच से निकाला।

वहीं मामले की जरूरत देते हुए स्थानियों ने बताया कि नटवरलाल शुभम सिंह ने फर्जी पहचान के आधार पर कसबा में एकम किसान हट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बना रखी थी। अपनी कंपनी में बहाली  के नाम पर उसने एक साक्षात्कार आयोजित की। आकर्षक वेतन का लालच देकर वो बेरोजगार युवक और युवतियों से लाखों की वसूली कर चुका था और अब वो भागने की तैयारी में था। हालांकि वो ग्रामीणों की नजर से भागकर निकलता, इससे पहले ही ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पूछताछ शुरू की। इसी के बाद उसका भेद खुला। ठगी की गई राशि को उनसे वापस दिलवाया गया। वहीं इसके साथ ही वेतन का भुगतान न होने से नाराज कंपनी के विभिन्न पदों पर काम कर रहे युवक व युवति ने कंपनी के ब्रांच मैनेजर को पकड़कर कसबा पुलिस के हवाले कर दिया। 

वहीं इसके बाद कसबा पुलिस ने फर्जी कंपनी के ब्रांच मैनेजर शुभम सिंह को हिरासत में ले लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की। आगे पुलिस ने जांच में पाया कि फर्जी कंपनी के ब्रांच मैनेजर शुभम सिंह का नाम शुभम सिंह नहीं बल्कि अजय कुमार है। उसके पास से चार नाम के चार अलग आईडी है। इतना ही नहीं उसके पास सीबीआई के फर्जी परिचय पत्र भी मिले। वहीं जांच के क्रम में ये सामने आया कि अजय कुमार ने बिहार के गोपालगंज व शिवहर जिले में इसी फर्जी कंपनी के नाम से लाखों रुपये की ठगी की है।पुलिस ने यह भी बताया कि पकड़ायें गए अजय कुमार का संबंध साइबर क्राइम गिरोह के सदस्यों के साथ हो सकता है।

जानकारी देते हुए कसबा थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। इस घटना में अजय कुमार के अलावे बिहार के सीतामढ़ी व यूपी के कुछ जिलों के कुछ शातिर ठग भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस जांच के लिए जल्द ही सीतामढ़ी व यूपी जाएगी। फर्जी कंपनी को किन-किन स्थानीय लोगों से मदद मिली है पुलिस इसकी भी गहराई से जांच कर रही है।

REPORT - ANKIT KUMAR JHA

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