Bihar Crime: वर्चस्व की जंग में दिनदहाड़े चली गोलियां, बाल-बाल बचे लोग, दरभंगा बस स्टैंड बना बारूद का ढेर!

दरभंगा में वर्चस्व की लड़ाई अब हथियारों के जोर पर लड़ी जा रही है। दिल्ली मोड़ स्थित दरभंगा बस स्टैंड पर शनिवार को दिनदहाड़े 4 राउंड हवाई फायरिंग कर दी गई। ...

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बस स्टैंड बना बारूद का ढेर!- फोटो : reporter

Bihar Crime:  दरभंगा में वर्चस्व की लड़ाई अब हथियारों के जोर पर लड़ी जा रही है। दिल्ली मोड़ स्थित दरभंगा बस स्टैंड पर शनिवार को दिनदहाड़े 4 राउंड हवाई फायरिंग कर दी गई। हालांकि इस गोलीकांड में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पूरे इलाके में खौफ और अफरातफरी का माहौल फैल गया।दरअसल, तीन दिन पहले दरभंगा नगर निगम ने इस बस स्टैंड की बंदोबस्ती 1 करोड़ 70 लाख रुपए में अमर कुमार साहू के पक्ष में की थी। लेकिन इससे पहले के ठेकेदार सुनील यादव और उनके गिरोह को ये फैसला नागवार गुज़रा। शुक्रवार की शाम सुनील यादव के कथित गुर्गों ने तीन मोटरसाइकिल पर सवार होकर बस स्टैंड के गेट पर पहुंचते ही गोलियां दागनी शुरू कर दीं।

स्थानीय मनीष यादव ने बताया कि छह बदमाशों ने अचानक 4 राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। फायरिंग होते ही लोग इधर-उधर भागने लगे। बस यात्रियों और चालकों के बीच अराजकता और भगदड़ की स्थिति बन गई।

घटना की सूचना मिलते ही तीन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया है। मजिस्ट्रेट रामबाबू साह ने बताया कि प्रशासन को पहले से गुप्त सूचना थी कि पुराने और नए ठेकेदारों के बीच विवाद बढ़ सकता है, इसी वजह से मौके पर मजिस्ट्रेट की तैनाती पहले ही कर दी गई थी।उनका कहना है कि ये घटना पूरी तरह से वर्चस्व की जंग का नतीजा है। जांच जारी है, दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

दरभंगा बस स्टैंड अब सिर्फ यात्रियों का अड्डा नहीं, बल्कि गुंडागर्दी और टेंडर माफिया का अखाड़ा बनता जा रहा है। प्रशासन अगर जल्द सख्ती नहीं बरतेगा, तो आने वाले दिनों में ये फायरिंग किसी की जान भी ले सकती है। दरभंगा जैसे शिक्षित शहर में सरेआम गोलियां चलना कानून व्यवस्था की सीधी नाकामी की तरफ इशारा करता है।

रिपोर्ट- वरुण ठाकुर