महज 5 माह में 116 मर्डर, 3 दर्जन रेप, सरेआम गोलियों की तड़तड़ाहट और बदल गया पटना पुलिस का निजाम
Patna Police News: पटना में बेलगाम अपराधियों के तांडव और अपराध के बेलगाम ग्राफ यानी महज 5 माह में 116 मर्डर, 3 दर्जन रेप, गोलियों की तड़तड़ाहट की वजह से एसएसपी समेत पटना पुलिस की पूरी टीम बदल दी गई है.

N4N डेस्क: बिहार सरकार के गृह विभाग ने शनिवार को कुल जमा एक साथ 18 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इसमें पतन के एसएसपी अवकाश कुमार का भी तबादला कर दिया गया, जिन्हें इसी वर्ष जनवरी में पटना पुलिस की कमान बतौर एसएसपी सौपी गई थी. न केवल पटना के एसएसपी अवकाश कुमार को हटाया गया बल्कि सीनियर पुलिस अफसरों की पूरी टीम ही बदल दी गयी है. सिटी एसपी पूर्वी, मध्य और पश्चिमी का भी तबादला कर दिया गया. अबतक पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक रहे बिहार कैडर के 2014 बैच के बेहद तेजतर्रार और अपरध के प्रति जीरो टॉलेरेन्स खातिर ख्यात कार्तिकेय के शर्मा को पटना एसएसपी बनाया गया है।अपराध अनुसंधान में माहिर और चर्चित मामलों को सुलझाने समेत साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने वाले कार्तिकेय पटना में अपराध नियंत्रण चुनौती सौपी गई है. मंगलवार को बतौर एसएसपी नवनियुक्त कार्तिकेय के शर्मा पदभार ग्रहण करेंगे.
महज 5 माह में 116 मर्डर, 3 दर्जन रेप, गोलियों की तड़तड़ाहट
दरअसल, सूबे में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. क्या दिन क्या रात अपराधियों की बंदूके लगातार शोले उगल रहे है. यही नही राजधानी पटना में वर्त्तमान दौर में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ता दिखाई दिया. पिछले दिनों पटना के पॉश इलाके में बेखौफ होकर अपराधियों ने फायरिंग की और आसानी से भाग निकले थे. इस घटना ने पटना पुलिस की गंभीरता और ड्यूटी के रवैये पर सवाल खड़े किए थे. वहीं एक के बाद एक करके लगातार डबल मर्डर ने पटना पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी.
राजधानी की सुरक्षा पर सवाल
वही आकड़ों के ज़रिए बेकाबू पटना में अपराध की बात करे तो अवकाश कुमार के पटना के एसएसपी के पदभार ग्रहण करने बाद से लेकर यानि जनवरी से मई महीने तक पटना जिले में 116 मर्डर हुए हैं. इनमें 48 लूट, 36 बलात्कार, 10 डकैती और छिनतई की 33 व रंगदारी की 13 घटनाएं हैं. पॉश इलाकों में बेखौफ होकर अपराधियों ने सोने की चेन गले से छीनी और फरार हुए. वहीं एक्शन के रूप में पुलिस ने इस अवधि में कुल 14962 आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है. लेकिन अपराधियों का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहाहै. लगातार दो दिनों में दो डबल मर्डर की घटनाओं ने शहर को न क्केवल हिला कर रख दिया बल्कि राजधानी की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया. नतीजतन लॉ एंड आर्डर पर सवाल उठने लगे औअर फिर महज 6 महीने के अंदर ही पटना के एसएसपी अवकाश कुमार को सरकार ने हटा दिया है. अवकाश कुमार को 28 दिसंबर 2025 को पटना का एसएसपी बनाया था. लेकिन वो क्राइम कंट्रोल नहीं कर पाए. यही मुख्य वजह है कि अवकाश कुमार अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाए.