Bihar Crime: जमुई में 'डिजिटल अरेस्ट' का नया जाल, साइबर ठगों ने रिटायर्ड वनकर्मी के खाते से उड़ाए 9.45 लाख रुपये

Bihar Crime:साइबर ठगों ने अब "डिजिटल अरेस्ट" के नए पैंतरे से लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है।

Jamui New trap of digital arrest
जमुई में 'डिजिटल अरेस्ट' का नया जाल- फोटो : reporter

Bihar Crime:साइबर ठगों ने अब "डिजिटल अरेस्ट" के नए पैंतरे से लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। इसी का ताजा मामला जमुई में सामने आया है, जहां सदर थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 7 स्थित शास्त्री कॉलोनी निवासी रिटायर्ड वनकर्मी गोपाल शरण सिन्हा इस हाई-टेक धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं। शातिर ठगों ने उनके बैंक खाते से कुल 9 लाख 45 हजार रुपये उड़ा लिए। इस संबंध में पीड़ित ने साइबर थाना और राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद साइबर थाना ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ठगी का पूरा घटनाक्रम

पीड़ित गोपाल शरण सिन्हा ने अपने बयान में बताया कि 31 मई को उन्हें एक कॉल आया था। कॉल करने वाले ने खुद को "आर.के. मिश्रा, बिजली विभाग से" बताया और कहा कि उनका बिजली बिल दो महीने से अपडेट नहीं हुआ है, जिसे तुरंत ठीक कराने की आवश्यकता है। बातचीत के दौरान ठग ने उन्हें लगातार परेशान किया और अंततः यह कहकर बरगलाया कि यदि वे केवल 10 रुपये भेज दें, तो समस्या का समाधान वहीं से कर दिया जाएगा।

इसके बाद, उनके मोबाइल पर एक लिंक और बिजली बिल का एक दस्तावेज भेजा गया, जिसे उन्होंने खोल दिया। लिंक खोलने के तुरंत बाद उनका फोन गर्म होने लगा और 7 जून को पूरी तरह से खराब हो गया। जब उन्होंने अपना फोन बनवाया, तो मोबाइल टेक्नीशियन ने बताया कि उनका सिम कार्ड क्षतिग्रस्त हो गया था।

सिम कार्ड बदलवाने के बाद, जब उन्होंने 13 जून को अपने बैंक खाते की जांच की, तो उनके होश उड़ गए। खाते में एक भी पैसा नहीं था। पंजाब नेशनल बैंक जाकर पता करने पर उन्हें मालूम चला कि उनके खाते से बड़ी मात्रा में धनराशि निकाली जा चुकी है। बैंक स्टेटमेंट के अनुसार, उनके खाते से 8 जून को 11, 14, 10 और 15 रुपये की छोटी-छोटी निकासी की गई। इसके बाद 9 जून को छह बार 99,900 रुपये, एक बार 99,990 रुपये और दस बार 5,000 रुपये की बड़ी निकासी हुई। 10 जून को भी 99,990 रुपये और 97,000 रुपये निकाले गए। चौंकाने वाली बात यह भी है कि 10 जून को ठगों ने चार बार 10,000 रुपये और दो बार 5,000 रुपये उनके खाते में जमा भी किए, जिन्हें बाद में फिर से निकाल लिया गया। इस तरह कुल मिलाकर 9,95,000 रुपये की निकासी की गई है।

पुलिस कार्रवाई और भविष्य की चुनौती

गोपाल शरण सिन्हा ने साइबर थाना में आवेदन देकर ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गुहार लगाई है। साइबर थाना प्रभारी राजन कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और केस दर्ज कर गहराई से जांच शुरू कर दी गई है।

यह घटना एक बार फिर साइबर अपराध के बढ़ते खतरे और अपराधियों के नए-नए तरीकों को उजागर करती है। आम जनता को इस तरह की कॉल्स और लिंक्स से सतर्क रहने की सख्त जरूरत है। साथ ही, सरकार को भी ऐसे साइबर अपराधों से निपटने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए और अधिक सख्त नियम-कानून लागू करने पर विचार करना होगा, ताकि लोगों की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखा जा सके।

रिपोर्ट- सुमित कुमार सिंह