Bihar Crime: पुलिस का ऑपरेशन कृष्णा रेस्क्यू, 72 घंटे में अपहरण गिरोह ध्वस्त, चार साल का मासूम सकुशल बरामद

Bihar Crime: अंगनवाड़ी जाने के दौरान चार साल के मासूम कृष्णा को बाइक सवार अपराधियों ने फिल्मी अंदाज़ में उठा लिया था।

Katihar Police
पुलिस का ऑपरेशन कृष्णा रेस्क्यू- फोटो : reporter

Bihar Crime: अंगनवाड़ी जाने के दौरान चार साल के मासूम कृष्णा को बाइक सवार अपराधियों ने फिल्मी अंदाज़ में उठा लिया था। मोहल्ले से लेकर मायके तक दहशत, मातापिता की चीखें और इलाक़े में खामोशी… हर तरफ एक ही सवाल बच्चा कहां है?कटिहार में अपहरण की एक सनसनीखेज वारदात ने तीन दिनों तक पूरे ज़िले की नींद उड़ा दी थी। कुरसेला थाना क्षेत्र से बच्चे को उठाया गया था।

लेकिन लगातार दबाव, टेक्निकल सर्विलांस और गुप्तसूत्रों की मदद से कटिहार पुलिस ने वो कर दिखाया जो अपराधियों ने सोचा भी नहीं था। लगभग 72 घंटे की चेज़ के बाद पुलिस ने भागलपुर ज़िले के ततारपुर थाना क्षेत्र से कृष्णा को सकुशल बरामद कर लिया। कोढ़ा अनुमंडल के डीएसपी ने बताया कि एसपी के निर्देश पर पुलिस हर पल अपहरणकर्ताओं के पीछे लगी हुई थी। दबाव इस कदर बढ़ा कि अपहरणकर्ता बचाव के सारे रास्ते खोते चले गए।

सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की नाकाबंदी और लोकेशन ट्रैकिंग से अपहरणकर्ताओं को किसी दूसरे शहर भागने का मौका नहीं मिला। आखिरकार एक गुप्त ठिकाने से मासूम को बरामद कर लिया गया। ख़ास बात यह कि बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है, मेडिकल जांच में भी किसी तरह की चोट या मानसिक प्रताड़ना का संकेत अब तक नहीं मिला है।

अपहरणकर्ताओं की पहचान हो चुकी है, पुलिस जल्द गिरफ्तारी की बात कह रही है। कई संभावित ठिकानों पर रेड चल रही है, कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस की मानें तो यह किसी संगठित गैंग की करतूत लग रही है, जो हाल के महीनों में बच्चों के अपहरण कर फिरौती मांगने की कोशिश में था।

कृष्णा के वापस लौटने की खबर जैसे ही फैली, पूरे क्षेत्र में राहत की सांस ली गई। मोहल्ले में मिठाइयां बंटी, बच्चे की मां फफक कर रो पड़ी बस मेरा बेटा मिल गया, भगवान और पुलिस का लाख शुक्र।लोगों का कहना है कि पुलिस की तेज़ कार्रवाई से भरोसा मज़बूत हुआ है। अपहरण जैसी अफसोसनाक जुर्म पर यह बड़ा वार है। अब सबकी निगाहें अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी और पूरे गैंग के पर्दाफाश पर टिकी हैं। कटिहार पुलिस ने साफ़ संदेश दिया है कि अपराध की ज़ुबान चाहे कितनी तेज़ हो, कानून की पकड़ उससे भी तेज़ है।

रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह