N4N डेस्क: हर वर्ग और उम्र के लोग कुछ खास तरह के लोग जल्द से जल्द फ़ास्ट एंड ईजी मनी की चाहत में ऑनलाइन गेमिंग के भ्रामक विज्ञापनों के मकडजाल में फस कर न केवल अपने पैसे को जोखिम में दल रहे है बल्कि लाखों करोडो जितने की ललक में क़र्ज़ के जटिल जाल में फसते जा रहे हैं. इसके कई उदहारण लगातार देखें को मिल रहे है. ऐसा ही एक मामला बिहार के बांका जिले घटित हुआ है जहा एक 38 वर्षीय व्यक्ति ने मंगलवार की देर शाम फांसी लगाकर जान दे दी. आत्महत्या का कारण कर्ज बताया जा रहा है. मरने से पहले शख्स ने सुसाइड नोट में पूरी बात बताई है.
ऑनलाइन गेमिंग की थी लत
ख़ुदकुशी करने वाले युवक की पहचान बांका शहर के विजयनगर मोहल्ला निवासी श्रवण साह के पुत्र सुशांत कुमार सिट्टू के रूप में हुई है. आत्महत्या का कारण करोडो का कर्ज बताया जा रहा है. वही मरने से पहले सुशांत ने भी सुसाइड नोट में पूरी बात बताई है.मिले सुसाइड नोट सुशांत ने लिखा है की ड्रीम 11 गेम से पैसा कमाना चाहता था. लखपति भी नहीं बना लेकिन मुझ पर दो करोड़ का कर्ज जरूर हो गया. साइड नोट मिलने की पुष्टि करते हुए टाउन थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बतया की इसमें युवक ने ऑनलाइन गेम और कर्ज का जिक्र किया है.
सुसाइड नोट में बया की हकीकत
फंदे से लटकने से पहले सुशांत ने ऑनलाइन गेमिंग की अपनी लत के बाबत सुसाइड नोट में विस्तार से लिखा है कि वह 2021 में लॉकडाउन के दौरान बांका आया था. यहां एक दुकानदार के जरिए उसे ड्रीम 11 और कैसीनो की लत लग गई. इस गेम में सिर्फ लॉस होता था. हालांकि कभी-कभी जीतता भी था. उसने लिखा कि आईडी में पांच हजार डालने पर यह दो लाख हो जाता था. ऐसे करते-करते उसे आदत लग गई. इस तरह आईडी में आज की तारीख में नुकसान की रकम दो करोड़ हो गई है. उसने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि पहले दिवाकर यादव से ढाई लाख रुपये उसने कर्ज लिया और फिर 50 हजार रुपये और लिए. सुशांत ने लिखा कि इसके लिए वह खुद दोषी है कोई और नहीं.
ईंट का था कारोबार
सुशांत विजयनगर चौक पर ईंट का कारोबार करता था. उसके पिता श्रवण साह की शिवाजी चौक पर किराने की दुकान है. उन्होंने बताया कि कर्ज देने वाले लगातार पैसे की मांग कर रहे थे. इसी तनाव में आकर सुशांत ने खुदकुशी कर ली. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया. आगे की क़ानूनी प्रक्रिया के तहत जांच की जा रही है.