Bihar Crime: ट्यूटर की ब्लैकमेलिंग से तंग छात्रा ने की आत्महत्या, मौत के बाद मोबाइल से अश्लील सबूत बरामद

Bihar Crime: बीए पार्ट-वन की छात्रा ने अपने प्राइवेट ट्यूटर की ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण से तंग आकर अपने ही घर की छत से छलांग लगा दी। पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

Tutor s Blackmail Student Ends
छात्रा के मोबाइल से निकले अश्लील सबूत- फोटो : social Media

Bihar Crime:  एक दिल दहला देने वाली वारदात ने समाज और शिक्षा व्यवस्था दोनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिहार के मुंगेर जिले के जमालपुर थाना क्षेत्र में 18 वर्षीय बीए पार्ट-वन की छात्रा ने अपने प्राइवेट ट्यूटर की ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण से तंग आकर अपने ही घर की छत से छलांग लगा दी। पटना में इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई। सोमवार को शव घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया।

परिजनों का आरोप है कि रामपुर मनसा मंदिर के पास रहने वाला ट्यूटर रवि कुमार पिछले छह महीने से छात्रा का मानसिक और शारीरिक शोषण कर रहा था। वह छात्रा की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो बनाकर उसे धमका रहा था कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वह उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।

जानकारी के मुताबिक, जब परिजनों को आरोपी की गंदी हरकतों की भनक लगी, तो उन्होंने बेटी को ट्यूशन भेजना बंद कर दिया। लेकिन आरोपी ट्यूटर ने हार नहीं मानी और लगातार फोन कॉल व दबाव बनाना शुरू कर दिया। छात्रा ने यह दर्द अपने परिवार से साझा नहीं किया, लेकिन भीतर ही भीतर टूटती रही।

13 सितंबर को आरोपी की लगातार धमकियों और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर छात्रा ने घर की छत से कूदकर जान देने की कोशिश की। गंभीर रूप से घायल हालत में उसे पहले मुंगेर सदर अस्पताल और फिर पटना रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

परिजनों ने जब मृतका का मोबाइल खोला तो उसमें कई वीडियो और फोटो सहित पुख़्ता सबूत मिले। यह देख पिता ने कहा, "मेरी बेटी उस दरिंदे शिक्षक की ब्लैकमेलिंग का शिकार हुई है।"

जमालपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि परिजनों की लिखित शिकायत पर आरोपी शिक्षक रवि कुमार सहित अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

यह घटना न सिर्फ़ ट्यूशन की आड़ में चल रहे शोषण के काले कारोबार को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह शिक्षा के मंदिर को कुछ लोग वासनाओं का अड्डा बना चुके हैं।सवाल यह है कि जब गुरु ही दरिंदा बन जाए, तो छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?