Patna Murder:पुलिस और मुखबिरी का खतरनाक खेल, गैंगस्टर राजनीति का अंत! चंदन मिश्रा की हत्या के पीछे पैरोल, जेल में बैठे ‘शेरू’ की साजिश का खौफनाक खेल! "चंदन को पहले ही अलर्ट किया गया था"-DGP

पारस HMRI हॉस्पिटल की सफेद चादरों ने उस दिन लहू की स्याही ओढ़ ली, जब बक्सर के कुख्यात बदमाश चंदन मिश्रा को दिन-दहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया गया। ये था एक गैंगवार का खूनी चैप्टर, जिसे अंजाम दिया गया शातिर प्लानिंग और बेखौफ अंदाज़ में।

Chandan Mishra
पुलिस और मुखबिरी का खतरनाक खेल- फोटो : social Media

Patna Murder: पटना के पॉश इलाके स्थित पारस HMRI हॉस्पिटल की सफेद चादरों ने उस दिन लहू की स्याही ओढ़ ली, जब बक्सर के कुख्यात बदमाश चंदन मिश्रा को दिन-दहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया गया। ये कोई आम कत्ल नहीं था, ये था एक गैंगवार का खूनी चैप्टर, जिसे अंजाम दिया गया शातिर प्लानिंग और बेखौफ अंदाज़ में।

गुरुवार की दोपहर, अस्पताल के वार्ड में जैसे ही पांच हथियारबंद शूटर घुसे, वहां सन्नाटा पसरा और फिर शुरू हुआ गोलियों का शोर। तौसिफ नामक शूटर की पहचान हो चुकी है, जो फुलवारी शरीफ का रहने वाला बताया जा रहा है। मगर कहानी यहीं खत्म नहीं होती, असली मास्टरमाइंड कोई और है  ओंकारनाथ उर्फ ‘शेरू’, वही जो आजकल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में कैद है।

पुलिसिया इनपुट्स के मुताबिक, शेरू को शक था कि चंदन, जो कभी उसका राइट हैंड हुआ करता था, अब बन गया है पुलिस का मुखबिर। दोनों मिलकर कत्ल, सोना लूट और ज़मीन कब्ज़ा जैसे कामों को अंजाम देते थे। लेकिन जब गैंग के लोग एक-एक कर ढेर होने लगे, तो शेरू को यकीन हो गया कि ये सब चंदन के इशारे पर हो रहा है।

दुश्मनी की आग को हवा दी एक ‘पैरोल’ ने। जेल में इलाज के नाम पर बाहर आया चंदन, लेकिन शेरू के दिमाग में खलबली मच गई। उसने इसे पुलिस-साठगांठ का नतीजा माना और तय कर लिया कि अब चंदन जिंदा नहीं बचेगा।पैरोल खत्म होने से एक दिन पहले ही मौत का वारंट जारी कर दिया गया। शूटर आए, वार्ड में दाखिल हुए, और चंदन को 6 गोलियों से ढेर कर दिया।

बिहार के DGP विनय कुमार ने बयान दिया कि चंदन को पहले ही अलर्ट किया गया था। बावजूद इसके, उसे मौत के घाट उतार दिया गया जो कि सिस्टम की लापरवाही पर बड़ा सवाल है।अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि बंदूकधारी बदमाश हॉस्पिटल जैसी हाई-सिक्योरिटी जगह में कैसे दाखिल हुए? जब पुलिस को भी परमिशन लेकर दाखिल होना पड़ता है, तो ये अपराधी कैसे बेरोकटोक घुस गए?

DGP ने सभी हॉस्पिटलों को लेकर नई सिक्योरिटी गाइडलाइन और एडवाइजरी जारी करने की बात कही है जिसमें गार्ड्स की ट्रेनिंग, मॉक ड्रिल और सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स पर फोकस रहेगा।चंदन मिश्रा अब नहीं रहा, लेकिन उसकी मौत से बिहार के अंडरवर्ल्ड में एक नया भूचाल आ गया है। ये सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि गैंगवार का खुला ऐलान है। पटना की फिजा में एक बार फिर बारूद की बू घुल चुकी है।