Sex racket:पटना के होटल में डिजिटल ‘जिस्मफरोशी मार्केट’ का भंडाफोड़, पुलिस छापे से मचा कोहराम, शहर में मची खलबली
Sex racket:पटना की तंग गलियों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक अब चर्चा सिर्फ यही है डिजिटल युग का यह कैसा बाज़ार-ए-जिस्म, जहां वॉट्सऐप से बुकिंग और होटल में सप्लाई हो रही थी

Sex racket: जहां गंगा की लहरें सदा तहज़ीब और तमीज़ का पैग़ाम देती रही हैं, वहीं अब अशोक राजपथ के एक होटल से डिजिटल जिस्मफ़रोशी का कारोबार पकड़ा गया। पीरबहोर थाना क्षेत्र में हुई इस कार्रवाई ने शहर की हवा में सनसनी घोल दी। यह मामला किसी साधारण ‘देह व्यापार’ का नहीं बल्कि पूरी तरह डिजिटल अंदाज़ में चल रहे बाज़ार-ए-हुस्न का है। पुलिस की छापेमारी में खुलासा हुआ कि ग्राहकों तक लड़कियों की तस्वीरें बाकायदा व्हाट्सऐप कैटलॉग की शक्ल में भेजी जाती थीं। फिर मोबाइल पर रेट-लिस्ट तय होती और एडवांस रकम के साथ होटल का दरवाज़ा खुल जाता। छापेमारी में बरामद मोबाइल, आपत्तिजनक तस्वीरे, कॉन्डम और शक्ति बढ़ाने वाली गोलियां इस बात की गवाही दे रही हैं कि धंधा कितना संगठित और बेहयाई से चल रहा था।
जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई कि होटल मालिक ही इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड था। उसने होटल को बाज़ार-ए-अय्याशी बना रखा था और महीनों से अवैध कमाई कर रहा था। पुलिस ने कदमकुआं के भिखना पहाड़ी निवासी नवल किशोर और एमआईजी कॉलोनी के एक अन्य शख़्स को गिरफ़्तार किया है।
गुप्त सूचना पर डीएसपी-1 और डीएसपी टाउन की अगुवाई में छापेमारी की गई। एसपी सिटी (सेंट्रल) दीक्षा के अनुसार, होटल से बरामद महिला पटना की ही रहने वाली है। शुरुआती पूछताछ में साफ हुआ कि यह धंधा रिहायशी इलाके के बीच कई महीनों से परवान चढ़ रहा था और किसी को भनक तक न लगी।
पुलिस के हाथ ऐसे मोबाइल और डाटा लगे हैं जिनमें ग्राहकों की लिस्ट से लेकर दलालों के नेटवर्क तक के राज़ दफ़्न हैं। अब इन्हीं डिजिटल सुराग़ों की मदद से पूरे गिरोह की तलाश की जा रही है।
इस हाई-टेक फूहड़ धंधे ने राजधानी की होटल इंडस्ट्री और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर कैसे महीनों से चल रहा यह कारोबार बगल के मोहल्ले और पुलिस की नाक के नीचे से बेख़बर गुजरता रहा? क्या ये महज़ लापरवाही थी या फिर मिलीभगत?