Patna News: पटना में इंसानियत का जनाजा, जानीपुर में दो मासूमों को जिंदा फूंके जाने के बाद बारुद की तरह सुलग रहा है इलाका, बाजार बंद, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

एक दिल को चीर देने वाली, रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है। दो मासूम बच्चों को एक हैवान ने जिंदा आग के हवाले कर दिया, और पूरा इलाका सदमे में है। बाजर बंद हैं, भारी आक्रोश है....

Patna Painful death of 2 children
इंसाफ की मांग में उबल रहा इलाका- फोटो : reporter

Patna News: बिहार की राजधानी पटना के जानीपुर थाना इलाक़े में गुरुवार की सुबह एक दिल को चीर देने वाली, रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है। दो मासूम बच्चों को एक हैवान ने जिंदा आग के हवाले कर दिया, और पूरा इलाका सदमे में है। यह कोई हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी साज़िश लग रही है, जिसने पूरे मोहल्ले को ग़ुस्से की आग में झोंक दिया। आज पूरा इलाका बंद है, लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं।

बताया गया कि दोनों बच्चे स्कूल से लौटकर घर में आराम फरमा रहे थे। घर पर उस वक़्त उनके पिता ललन गुप्ता, जो सचिवालय में प्राइवेट नौकरी करते हैं, और उनकी मां, जो एम्स में गार्ड हैं, मौजूद नहीं थे।  छिपे दरिंदों ने मौके का फायदा उठाया, दरवाज़ा तोड़कर घर में दाख़िल हुए और कमरे को अंदर से बंद करके बच्चों को बिस्तर समेत आग के हवाले कर दिया।

आग इतनी भीषण थी कि दोनों बच्चे चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन उन्हें कोई बचा नहीं सका। जब पड़ोसियों ने धुएं का गुबार देखा तो सब भागे-भागे पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस को कॉल किया गया, मगर पुलिस के पहुंचने तक सिर्फ़ राख बची थी, और दिलों में सन्नाटा।

वारदात की खबर जैसे ही फैली, पूरा जानीपुर बाजार ठप हो गया। लोगों का ग़ुस्सा फुट पड़ा। सड़कें जाम कर दी गईं। पुलिस प्रशासन को इलाका पुलिस छावनी में तब्दील करना पड़ा। मौके पर सीनियर अफसर, थाना इंचार्ज, और क्राइम ब्रांच की टीम भी मौजूद रही।आज भी विरोध में  बाजार बंद हैं, लोगों में गुस्सा साफ दिक रहा है। स्थानीय लोग पुलिस से सवाल दर सवाल कर रहे है, प्रशासन है कि सौन साधे बैठा है।

इलाके में तनाव चरम पर है, और पुलिस हर एंगल से तफ्तीश में जुटी है। अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस दरिंदगी के पीछे मक़सद क्या था  रंजिश, गैंगवार, या कोई पुराना हिसाब-किताब। मगर जिस बेरहमी से बच्चों को जलाया गया, उसने पूरे शहर को झकझोर दिया है।

एसएसपी पटना ने बयान देते हुए कहा कि, "इस घटना को अंजाम देने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। फ़ौरन गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम तैनात कर दी गई है।"

बहरहाल सवाल ये नहीं कि ऐसा क्यों हुआ, सवाल ये है कि हम कब तक खामोश तमाशबीन बने रहेंगे?

रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज