Patna corruption case:काली कमाई का काला चिट्ठा, छापेमारी में अधीक्षण अभियंता की पांच रंगीन डायरियों और पेन ड्राइव से खुला करोड़ों का खेल, EOU की छापेमारी में घूसखोरों में हड़कंप, बड़ा खुलासा अभी बाकी
Patna corruption case: पटना में भूतनाथ रोड स्थित आवास पर आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी ने ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय की काली कमाई का ऐसा काला सच उजागर कर दिया है, जिसने पूरे सिस्टम को हिला दिया है।

Patna corruption case: पटना में भूतनाथ रोड स्थित आवास पर आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी ने ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय की काली कमाई का ऐसा काला सच उजागर कर दिया है, जिसने पूरे सिस्टम को हिला दिया है। छापेमारी की भनक लगते ही जहां अभियंता ने लाखों रुपये के नोट जलाने की कोशिश की, वहीं जांच टीम को उसके ठिकाने से पांच रंग-बिरंगी डायरियां, तीन पेन ड्राइव और बड़ी संख्या में चेकबुक-पासबुक मिले हैं। इनमें वर्षों से जमा की गई अकूत संपत्ति और काले कारोबार का पूरा ब्योरा दर्ज है।
ईओयू को अभियंता के घर से अलग-अलग रंगों की पांच डायरियां बरामद हुई हैं। इन डायरियों में मोबाइल नंबरों के साथ लेन-देन का बारीक ब्योरा दर्ज है।
सिल्वर रंग की डायरी : इसमें कई संदिग्ध मोबाइल नंबर और लेन-देन का हिसाब-किताब लिखा है।
नारंगी रंग की डायरी (तिरुपति इंटरप्राइज) : वर्ष 2024 के लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड इसमें मौजूद है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट डायरी (2022) : इसमें वर्ष 2022 का ब्योरा दर्ज है।
कॉफी रंग की दो डायरियां : काले धन के अन्य सौदों का हिसाब इसमें सुरक्षित है।
जांच एजेंसी का कहना है कि इन डायरियों में दर्ज हर नंबर और नाम का सत्यापन किया जा रहा है, जिससे जुड़े और बड़े चेहरों के सामने आने की संभावना है।बरामद लाल और काले रंग की तीन पेन ड्राइव में भी भारी मात्रा में डिजिटल डेटा मिला है, जिसे खंगाला जा रहा है। आशंका है कि इसमें काले धन के लेन-देन, फर्जी कंपनियों और हवाला कारोबार से जुड़े अहम राज छिपे हैं। इसके अलावा टीम को लवकुश पेट्रोलियम के नाम का पैन कार्ड भी मिला है, जिससे अलग कारोबार में काली कमाई खपाने का शक गहरा गया है।
विनोद कुमार राय के पास एक-दो नहीं बल्कि एक दर्जन से ज्यादा बैंक खाते मिले हैं। ईओयू को छापेमारी में एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक, इलाहाबाद बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, पीएनबी और यूनाइटेड बैंक सहित लगभग सभी बड़े बैंकों की पासबुक और चेकबुक बरामद हुई हैं।
एचडीएफसी बैंक : दो ब्लैंक चेक, जिन पर रोहित कश्यप और मोनिका कुमारी के हस्ताक्षर हैं।पीएनबी बैंक : एक हस्ताक्षर किया हुआ ब्लैंक चेक मिला।बैंक ऑफ इंडिया : ढाई लाख रुपये का चेक बरामद हुआ, जिस पर उषा देवी का नाम और अभियंता के हस्ताक्षर हैं।यूनियन बैंक : दो लाख का चेक मिला है, जिस पर अभियंता की पत्नी बबली राय के हस्ताक्षर हैं।
छापेमारी की भनक लगते ही अभियंता ने लाखों रुपये नकद को जला दिया, लेकिन आधी-अधूरी जली गड्डियां भी टीम को मिलीं। इससे साफ है कि भ्रष्टाचार की काली कमाई को बचाने की हड़बड़ी में उसने सबूत मिटाने का प्रयास किया।ईओयू का मानना है कि डायरियों और पेन ड्राइव में मौजूद डेटा काले धन के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकता है। मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जांच के बाद कई रसूखदार नाम सामने आने की संभावना है। अधीक्षण अभियंता का घर अब सिर्फ एक अफसर की काली कमाई का अड्डा नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के जाल का दस्तावेज बन चुका है।
रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज