Bihar News पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल पर गंभीर आरोप, युवक के अपहरण और बेरहमी से पिटाई का मामला, हालत नाज़ुक

राजद नेत्री और पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल पर एक व्यक्ति को अगवा कर बेरहमी से मारने का गंभीर आरोप लगा है।

Bima Bharti
बीमा भारती के पति अवधेश मंडल पर गंभीर आरोप युवक के अपहरण और बेरहमी से पिटाई का आरोप- फोटो : social Media

Bihar News: पूर्णिया जिले के भवानीपुर थाना क्षेत्र में एक बार फिर सियासत और अपराध का घातक मेल सामने आया है। राजद नेत्री और पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल पर एक व्यक्ति को अगवा कर बेरहमी से मारने का गंभीर आरोप लगा है।

पीड़ित राम बल्लभ मंडल उर्फ भोला मंडल को गंभीर हालत में पूर्णिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति गंभीर बताई है। घटना को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।पीड़ित ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि घटना जमीन विवाद से जुड़ी है। राम बल्लभ मंडल के अनुसार,“पांच साल पहले भी अवधेश मंडल और उनके गुर्गों ने मुझे मारा था। तब मामला पैसे के लेनदेन के बाद रफा-दफा हो गया था।”लेकिन हाल ही में जब वह भवानीपुर बाजार जा रहे थे, तभी अवधेश मंडल अपने लोगों के साथ आए, जबरन अगवा किया और अपने घर ले जाकर पीटा।

घटना के बाद पीड़ित ने भवानीपुर थाना में अवधेश मंडल और उनके साथियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी पुष्टि थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने की है। पुलिस ने बताया कि आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है।

राम बल्लभ मंडल की पत्नी का भी बयान चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि “कुछ दिन पहले खुद बीमा भारती हमारे घर आई थीं और चुनाव में समर्थन की अपील की थी।”अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह हमला राजनीतिक द्वेष का परिणाम था?

हालांकि, पूर्व विधायक बीमा भारती ने इस मामले में पूर्ण अनभिज्ञता जाहिर की है। उनका कहना है कि “उन्हें इस तरह की किसी घटना की जानकारी नहीं है और अगर ऐसा कुछ हुआ है तो कानून अपना काम करेगा।”

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सत्ता से जुड़े लोगों को कानून का डर नहीं होता? क्या राजनीति की आड़ में दबंगई और हिंसा को छूट मिल चुकी है? पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है, लेकिन सवाल यह भी है कि क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा या फिर मामला फिर किसी समझौते के अंधेरे में गुम हो जाएगा?

बिहार की राजनीति में अपराध और सत्ता का यह मेल नया नहीं है, लेकिन एक बार फिर पूर्णिया की इस घटना ने विधान और अपराध के रिश्तों पर गहरा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।