Bihar Crime: दिनदहाड़े डॉक्टर के अपहरण की कोशिश, गाड़ी में पेट्रोल खत्म होते ही भाग खड़े हुए अपराधी, बिहार में अपराधी हुए बेलगाम
Bihar Crime: बिहार में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। बदमाश अब दिनदहाड़े अपहरण के वारदात को भी अंजाम देने लगे हैं...

Bihar Crime:बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। अब बदमाश दिनदहाड़े अपहरण की भी कोशिश करने लगे है। शेखपुरा जिले से एक हैरान कर देने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसमें पांच हथियारबंद अपराधियों ने एक ग्रामीण चिकित्सक का दिनदहाड़े अपहरण करने की कोशिश की। लेकिन किस्मत ने साथ दिया,अपराधियों की गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया और इसी वजह से उनका प्लान फेल हो गया।
यह घटना रविवार सुबह करीब 8 से 9 बजे के बीच शेखपुरा-आढ़ा मुख्य मार्ग पर गोहदा गांव के पास एक मंदिर के समीप घटी।
पीड़ित की पहचान गोहदा गांव निवासी और ग्रामीण चिकित्सक मनोज कुमार पुत्र राजू रजक, उम्र 40 वर्ष के रूप में हुई है।वे अर्जरी गांव इलाज के लिए जा रहे थे, जब इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश हुई।
अपराधियों ने रास्ता रोककर पेट्रोल पंप का पता पूछने का बहाना बनाया।इसी दौरान एक बदमाश ने मनोज के सिर पर पिस्टल की बट से वार कर बेहोश कर दिया।इसके बाद उसे जबरन एक टाटा इंडिका कार में बैठाकर शेखपुरा की ओर लेकर भागे।पंचसाला इलाके के पास गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया।
इस बीच होश में आए डॉक्टर मनोज ने शोर मचाना शुरू किया।आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे एक पति-पत्नी ने कार खोली और मुंह बंधे डॉक्टर को बाहर निकाला।जैसे ही लोगों की भीड़ जमा होने लगी, अपराधी मौके से भाग निकले।
महुली थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और डॉक्टर को शेखपुरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। अपहरण में इस्तेमाल कार को जब्त कर लिया गया है।सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और एएसपी डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि लगातार छापेमारी चल रही है।जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी की बात कही गई है।
पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि मैं अर्जरी जा रहा था तभी कुछ लोगों ने रास्ता रोका और पूछताछ करने लगे। अचानक किसी ने मेरे सिर पर जोर से मारा और जब होश आया तो खुद को गाड़ी में बंद पाया। मुझे बेरहमी से पीटा जा रहा था और कुछ लोग मुझे गोली मारने की बात कर रहे थे। लेकिन गाड़ी का पेट्रोल खत्म हुआ और मेरी जान बच गई।
अपराधी खुलेआम दिनदहाड़े चिकित्सक का अपहरण करने निकल पड़ते हैं, शेखपुरा में पुलिस ने नहीं, पेट्रोल ने डॉक्टर को बचाया।
उमेश कुमार की रिपोर्ट