UP NEWS: जनपद जौनपुर के कांग्रेस नेताओं, अधिवक्ताओं एवं सिविल सोसाइटी का एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल विजय प्रताप सिंह, पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन जौनपुर के नेतृत्व में सोमवार को एसपी अजय पाल शर्मा से मिला और नदीम जावेद, पूर्व विधायक जौनपुर सदर के ऊपर फ़र्ज़ी मुक़दमा वापस लेने की माँग की। साथ ही नदीम जावेद के इस केस में “संलिप्तता नहीं होने के साक्ष्य” प्रस्तुत किए। जिस व्यक्ति ने आरोप लगाए उसके ऊपर बलात्कार समेत कई संगीन धाराओं में जनपद एवं जनपद के बाहर केस चल रहे हैं। जिस दिन की घटना पर FIR पंजीकृत हुई उस दिन नदीम जावेद दिल्ली में थे।
जिस समय की घटना बताई जा रही है उस समय श्री नदीम जावेद एक जिम में Excercise कर रहे थे, वीडियो फ़ुटेज उपलब्ध है। नदीम जावेद के 27 साल के राजनीतिक जीवन में, उनके ऊपर पूरे देश के किसी भी थाने में कभी कोई F.I.R नहीं है और पूरे देश में कहीं भी ज़मीन आदि के विवाद का मुक़दमा भी नहीं है। उनके स्वर्गीय पिता जो मुंबई विश्वविद्यालय में Maths के विभागाध्यक्ष थे बाद में 5 मुख्यमंत्रियों के साथ कैबिनेट मंत्री थे, के ऊपर भी पूरे 50 वर्षों के राजनीतिक जीवन में पूरे देश में कही कोई केस नहीं था।
नदीम जावेद के स्वर्गीय दादा, जो प्रख्यात समाजसेवी, गांधीवादी, कवि, लेखक और वक्ता थे वो भी अपनी बेदाग़ छवि के लिए जाने जाते थे। नदीम जावेद के किसी भाई या क़रीबी रिश्तेदार पर भी किसी प्रकार का कोई केस नहीं है। कहा गया कि जिस व्यक्ति ने नदीम जावेद पर आरोप लगाया उसका कहना है कि उसका 2017 विधानसभा चुनाव के बाद संबंध ख़राब हो गया जबकि वही व्यक्ति अभी हाल तक परिवार की परेशानी बता कर नदीम जावेद से पैसे लेता रहा। नदीम जावेद ने कैश में लाखों रुपये की मदद की।
नदीम जावेद ने बैंक के माध्यम से भी 4.50 लाख रुपये दिए, जिसके साक्ष्य पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किए जा रहे हैं ताकि इस ठग की सच्चाई सामने आ सके। नदीम जावेद के कुछ पैसे वापस माँगने पर इस ठग ने ख़ुद ही किसी से हमला करवाया और उनको झूठे मुक़दमे में फँसाने की कोशिश की। ज़िला कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल, अधिवक्ता एवं जनपद के सिविल सोसाइटी के ज़िम्मेदार लोगों ने पुलिस अधीक्षक से इस बलात्कारी, ब्लैकमेलर और ठग का कच्चा चिट्ठा बताते हुए कहा कि,इस अपराधी को फ़ौरन गिरफ़्तार किया जाए ताकि ये किसी और शरीफ़ इंसान को न ठग सके।
इस अवसर पर कलेक्ट्रेट अधिवक्ता संघ के पूर्व महामंत्री आनद मिश्रा ,पूर्व महामंत्री घनश्याम सिंह ,तिलकधारी निषाद, अखिलेश श्रीवास्तव , सभाषद शहनवाज खान ,सभाषद अबुजर शेख ,मंगला मिश्रा ,महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा सिंह, ओबीसी डिपार्टमेंट अध्यक्ष जयमंगल यादव , माइनॉरिटी डिपार्टमेंट अध्यक्ष आरिफ खान ,सोशल मिडिया जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ,अधिवक्ता राजकुमार निषाद , इंद्रमणि दुबे ,छात्र नेता सृजन सिंह , चंद्रकेश प्रजापति ,शशांक सोनकर ,प्रमोद यादव ,सिकंदर यादव ,मनीष सिंह ,देवमणि मिश्रा एडवोकेट ,द्वारिका प्रसाद राव ,ऋषि सिंह एडवोकेट , प्रिंस सिंह एडवोकेट ,ओमप्रकाश यादव एडवोकेट ,बिपिन कुमार सिंह एडवोकेट ,उमेश उपाध्याय एडवोकेट ,मो तारिक सहित दर्जनों अधिवक्ता एवं कांग्रेस कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।