Bihar Crime: संदिग्ध मौत से भड़का गुस्सा, ठेकेदार के घर शव रखकर हंगामा, पुलिस पर हमला, दर्जनभर घायल
Bihar Crime : वैशाली जिले में एक युवक की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में तनाव और हिंसा का माहौल पैदा कर दिया।

Bihar Crime: वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के कमालपुर गांव में एक युवक की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में तनाव और हिंसा का माहौल पैदा कर दिया। 25 वर्षीय धर्मेंद्र पंडित की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने ठेकेदार के घर के पास शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद स्थिति अनियंत्रित हो गई। दोनों पक्षों के सैकड़ों लोगों के बीच लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से जमकर हमला हुआ, जिसमें दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए। हालात बिगड़ते देख लालगंज पुलिस भारी बल के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर भी हमला बोल दिया, उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया और पुलिसकर्मियों को खदेड़ दिया।
कमालपुर गांव निवासी गोपाल पंडित के पुत्र धर्मेंद्र पंडित को गत 24 अप्रैल को गांव का एक ठेकेदार कोलकाता में काम दिलाने के लिए अपने साथ ले गया था। बीते रविवार को ठेकेदार ने परिजनों को फोन कर सूचना दी कि धर्मेंद्र की मौत हो गई है। इस खबर से सदमे में आए परिजन तुरंत कोलकाता पहुंचे। वहां ठेकेदार से कई बार संपर्क करने के बाद बात हुई, और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन जब परिजनों ने ठेकेदार से मौत का कारण, बीमारी, इलाज कराने वाले डॉक्टर का नाम या मेडिकल दस्तावेज मांगे, तो ठेकेदार बिना कुछ बताए गायब हो गया।
शव लेकर गांव लौटे परिजनों का गुस्सा ठेकेदार की संदिग्ध भूमिका को लेकर भड़क उठा। उन्होंने ठेकेदार के घर के पास शव रखकर विरोध शुरू किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया। देखते ही देखते सैकड़ों लोग जुट गए, और मामला हिंसक संघर्ष में बदल गया। लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों की मार के बीच कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही लालगंज पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ के गुस्से का शिकार बन गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस की गाड़ी पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, लेकिन उग्र भीड़ ने पुलिसकर्मियों को खदेड़ दिया, और वे किसी तरह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
घटना के बाद पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में धर्मेंद्र की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए ठेकेदार की तलाश की जा रही है, जो फिलहाल फरार बताया जा रहा है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन सतर्क है।
धर्मेंद्र की संदिग्ध मौत और ठेकेदार की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार ने मौत के कारणों को छिपाया और बिना कोई जानकारी दिए भाग गया।
रिपोर्ट-ऋषभ कुमार