New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात भारी भीड़ और अफरा-तफरी के कारण भगदड़ मच गई। जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 9 महिलाएं, 5 बच्चे और 4 पुरुष शामिल हैं। कई लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल में किया जा रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मिली जानकारी के अनुसार भगदड़ में बिहार के 9 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल मुतकों की पहचान हो रही है। बिहार के रहने वाले एक युवक की माँ की मौत भी इस हादसे में हो गई है।
9 बिहारियों की मौत
बता दें कि भगदड़ में सबसे ज्यादा बिहार के 9, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 8 और हरियाणा के एक लोग की मौत हो गई। यह घटना प्लेटफार्म 13 और 14 पर हुई। घटना के वक्त हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए स्टेशन पर एकत्रित हो रहे थे और ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। रेलवे ने इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। संभावना जताई जा रही है कि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
बेटे के सामने माँ की मौत
बिहार के सारण जिले के रहने वाले पप्पू गुप्ता की माँ की मौत दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में हो गई। उन्होंने बताया कि 'मैं मां के साथ गांव जा रहा था। मां भगदड़ होने पर गिर गई। लोग उसके शरीर के ऊपर चढ़कर भागने लगे। वो दबकर मर गई।' उन्होंने बताया कि 'मैं बिहार संपूर्ण क्रांति से अपने परिवार के साथ दिल्ली से सारण जाने के लिए स्टेशन आया था। भगदड़ में मां की मौत होने के बाद अस्पताल जा रहा हूं। भगदड़ से कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है। जिसमें अधिकतर लोग संपूर्ण क्रांति से बिहार आने वाले यात्री हैं।'
यात्री का दावा 50 लोगों की गई है जान
वहीं एक दूसरे बिहार के यात्री ने बताया कि 'मैं अपनी मामी और बहन के साथ बिहार आने के लिए निकला था। पुल पर इतनी भीड़ हुई कि लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए निकले। वहां कोई पुलिस वाला भी नहीं था।' इस घटना के बाद मौके पर कोहराम मच गया। इधर उधऱ लोगों का शव पड़ा था।