N4N DESK - इस साल पेरिस ओलंपिक्स में निशानेबाजी में दो ब्रांज मेडल जीतनेवाली शूटर मनु भाकर को केंद्र सरकार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित कर सकती है। बताया जा रहा है कि खेल मंत्रालय भी अब खुद मनु के नॉमिनेशन की तैयारी कर रहा है।
हालांकि पहले इस अवार्ड के लिए मनु भाकर का नाम शामिल नहीं किया गया था। खुद नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने महिला निशानेबाज का नाम इस अवार्ड के लिए नहीं भेजा था। लेकिन, जब लिस्ट को लेकर विवाद बढ़ने लगा तो आनन फानन में खेल मंत्रालय द्वारा इस गलती को सही किया गया।
खेल मंत्रालय को है यह अधिकारी
जानकारी के अनुसार खेल मंत्रालय आर्टिकल 5.1 और 5.2 के तहत मनु को नॉमिनेट कर सकता है। मंत्रालय के पास भी ऐसे 2 नाम भेजने के अधिकार होते हैं। खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा- 'अभी नाम तय नहीं हुए हैं और एक हफ्ते में पुरस्कारों का खुलासा हो सकता है। खेल मंत्री एक या दो दिन में इस पर फैसला लेंगे। फाइनल लिस्ट में मनु का नाम होने की पूरी संभावना है।'
मनु भाकर के पिता ने जताई थी आपत्ति
खेल रत्न के लिए मनु भाकर का नाम नहीं शामिल किए जाने पर उनके पिता रामकिशन ने आपत्ति जाहिर की थी। उनका आरोप था कि खेल रत्न अवॉर्ड के लिए मनु की उपेक्षा की गई है। उनके इस बयान के बाद नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड की नॉमिनेशन लिस्ट विवादों आ गई।
मनु ने खुद किया था आवेदन
मनु के पिता ने कहा कि मनु ने अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया। भारत में ओलिंपिक खेलों की अहमियत नहीं है। देश के लिए खेलने और पदक जीतने का क्या फायदा, जब सम्मान के लिए हाथ फैलाना पड़े। वे पिछले दो तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है और मैं इसका गवाह हूं। वहीं मनु भाकर ने भी इस पर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने कहा है कि खेल रत्न अवॉर्ड की लिस्ट में नाम ना होने से उन्हें दुख हुआ है।
नियम में कहा गया है कि अगर खिलाड़ी खेल रत्न के लिए दी गई गाइडलाइंस को पूरा करता हो तो वो खुद ही अपना नाम अवॉर्ड के लिए भेज सकता है।