Bihar School News: स्कूल में आफत की बरसात, छत का प्लास्टर गिरने से कई मासूम घायल, तिलमिलाए अफसरों ने साधी चुप्पी

Bihar School News: प्राथमिक विद्यालय में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब पढ़ाई के दौरान अचानक छत का प्लास्टर धड़ाम से नीचे आ गिरा।

Nalanda Plaster collapse in school
स्कूल में आफत की बरसात- फोटो : social Media

Bihar School News: प्राथमिक विद्यालय में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब पढ़ाई के दौरान अचानक छत का प्लास्टर धड़ाम से नीचे आ गिरा। एकाएक उठे धुएं और मलबे के बीच मासूम बच्चे चीख़ पड़े। अफ़रा-तफ़री मच गई, कई बच्चे ज़ख्मी हो गए। घायल नौनिहालों को स्थानीय लोगों की मदद से फ़ौरन विम्स पावापुरी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।बिहार के नालंदा ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गिरियक प्रखंड के ईशापुर प्राथमिक विद्यालय का  छत का प्लास्टर धड़ाम से नीचे आ गिरा। 

मकान का हाल सालों से बदहाल था। ग्रामीणों का कहना है कि दो बरस से बच्चे जान हथेली पर रखकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कई बार इलाक़े के लोगों ने मुखिया से लेकर बीईओ, डीईओ तक सबको शिक़ायत दी, मगर अफ़सरान के कानों पर जूं तक न रेंगी। विभागीय लापरवाही का आलम ये रहा कि चेतावनी के बावजूद किसी ने उस जर्जर छत की तरफ़ देखा तक नहीं।

अल्लाह का शुक्र रहा कि हादसा दोपहर बाद हुआ, जब ज़्यादातर बच्चे मिड-डे मील के बाद घर चले गए थे। वरना जानलेवा मंजर सामने होता। फिलहाल आधा दर्जन बच्चे ज़ख्मी हैं अनमोल कुमार, सत्या कुमार, विक्की कुमार, सुहानी कुमारी और प्रिंस कुमार  जो छठी और सातवीं कक्षा के छात्र बताए जा रहे हैं। किसी का हाथ टूटा है, तो किसी के सिर में गहरी चोटें आई हैं।

घटना के बाद इलाक़े में ग़म और ग़ुस्से का माहौल है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आख़िर कब तक मासूमों की जान सरकारी लापरवाही की भेंट चढ़ती रहेगी। दूसरी तरफ़ शिक्षा विभाग के डीईओ ने जांच और कार्रवाई की बात कही है, लेकिन जनता का भरोसा अब शब्दों पर नहीं, अमल पर है।

स्कूल की दीवारें बोल रही हैं हम जर्जर हैं, मगर हमें सुधारा नहीं गया। और ये मंजर बिहार के शिक्षा तंत्र की एक कड़वी सच्चाई बयान कर रहा है।