Bihar teacher News:छेड़खानी की शिकायत पर टीचर का कहर, छात्र को पीटा, हाथ टूटने के आरोप के बाद स्कूल में हंगामा
कन्या मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले सातवीं कक्षा के छात्र दिव्यांशु राज का बायां हाथ टूटने की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
Bihar teacher News: इन दिनों एक सनसनीखेज़ मामले को लेकर चर्चा में है। उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले सातवीं कक्षा के छात्र दिव्यांशु राज का बायां हाथ टूटने की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। छात्र की मां ज्योति कुमारी ने आरोप लगाया है कि तीसरी घंटी के दौरान शिक्षक अनुराग ने उसकी छड़ी से बेरहमी से पिटाई कर दी, जिसके चलते बच्चे का हाथ टूट गया। मां ने अपना दर्द लिखित रूप में डीएम, डीईओ, एसडीओ और थानाध्यक्ष को सौंपकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
आवेदन में ज्योति कुमारी ने साफ लिखा है कि बच्चे को बिना किसी कसूर के मारा गया और जब वह शिकायत लेकर स्कूल पहुंचीं, तो पूरा शिक्षक समूह आरोपी शिक्षक के बचाव में खड़ा हो गया। उल्टा उन्हें और उनके बच्चे को फटकार कर वहां से भगा दिया गया। इस पूरे वाकये का एक वीडियो भी वायरल हो चुका है, जिसमें मां अपनी व्यथा सुना रही है और बच्चे के हाथ में प्लास्टर साफ दिखाई दे रहा है। वीडियो में एक्स-रे रिपोर्ट भी दिखाया गया है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है। मामला समस्तीपुर के पटोरी प्रखंड का शाहपुर उंडी का है।
मगर कहानी का दूसरा पहलू भी सामने आया है। आरोपी शिक्षक अनुराग ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह पूरी कहानी झूठ और बेबुनियाद आरोपों पर आधारित है। उनका कहना है कि दो छात्राओं ने दिव्यांशु और एक अन्य छात्र पर परेशान करने का इल्ज़ाम लगाया था। शिकायत सुनकर जब वे कक्षा में पहुंचे, तो उन्होंने सिर्फ दोनों छात्रों को एक-एक सधी हुई छड़ी मारी—इतनी कि अनुशासन बना रहे, मगर किसी भी तरह हाथ टूटने जैसा हादसा संभव ही नहीं। अनुराग ने आगे कहा कि आरोपों के दबाव में उनकी तबीयत बिगड़ गई है और वे अस्पताल में भर्ती हैं।
उधर, स्कूल के हेडमास्टर प्रियरंजन दास रंजन भी शिक्षक के पक्ष में खड़े नजर आए। उन्होंने बताया कि छात्र तीसरी घंटी के बाद पूरी तरह सामान्य रूप से स्कूल में रहा और सभी पीरियड्स पूरे करने के बाद ही घर लौटा। अगर हाथ वास्तव में टूट गया होता, तो वह किसी भी हालत में घंटों स्कूल में घूम नहीं सकता था। हेडमास्टर ने मां-बेटे द्वारा लगाए गए आरोपों को “आधारहीन और मनगढ़ंत” करार दिया।
फिलहाल मामला गर्म है एक तरफ मां का दर्द भरा आरोप और दूसरी तरफ शिक्षक व स्कूल प्रशासन का सख्त इनकार। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और इलाके में चर्चा है कि इस “जुर्म” की हकीकत क्या है ज़ुल्म हुआ है या कहानी गढ़ी गई है?जांच के बाद ही इस स्कूल ड्रामा की असली तस्वीर सामने आएगी।