बिहार चुनाव का बिगुल बजने से पहले निर्वाचन आयोग ने संभाला मोर्चा, मतदाताओं की सुरक्षा और सुविधाओं पर रहेगा जोर
Bihar vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में चुनावी रणभेरी बजने ही वाली है। विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का एलान 6 अक्टूर को होने की उम्मीद है।

Bihar vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में चुनावी रणभेरी बजने ही वाली है। विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का एलान 6 अक्टूर को होने की उम्मीद है। ठीक इसी पृष्ठभूमि में भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारी का अंतिम जायज़ा लिया। बुधवार को हुई अहम बैठक में वरीय उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बिहार के चुनावी इंतज़ामात पर गहन मंथन किया। इस बैठक में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल और पुलिस नोडल अफ़सर कुंदन कृष्णन भी मौजूद रहे।
बैठक का असली मक़सद यह था कि लोकतंत्र के इस महापर्व को पूरी तरह निष्पक्ष, अमन-चैन वाला और पारदर्शी बनाया जा सके। बताया गया कि चुनावी प्रक्रिया के हर पहलू पर बारीकी से गौर किया गया। मतदाता सूची के प्रकाशन से लेकर मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाओं की उपलब्धता तक, हर मोर्चे की समीक्षा की गई। ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था, कर्मचारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम, और मतदाता जागरूकता अभियान पर भी चर्चा हुई।
क़ानून-व्यवस्था के मोर्चे पर गर्ग ने सख़्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चुनावी मैदान में किसी भी तरह की गड़बड़ी, दादागीरी या अवैध धंधे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती, हथियारों की जब्ती, इंटर-स्टेट बॉर्डर पर चौकसी, और शराब के कारोबार पर नकेल कसने की रणनीति तैयार की गई। पुलिस नोडल अफ़सर ने भरोसा दिलाया कि अमन और कानून की हिफ़ाज़त में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
बैठक में यह भी तय किया गया कि हर मतदान केंद्र पर बिजली, पानी, रैम्प, शौचालय और फर्नीचर जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएँ। साथ ही 85 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की विशेष व्यवस्था के प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया।
राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने, मीडिया मॉनिटरिंग को मज़बूत करने तथा सोशल मीडिया पर फ़ेक न्यूज़ और अफ़वाहों पर सख़्त नज़र रखने के निर्देश भी दिए गए।
कुल मिलाकर आयोग का संदेश साफ़ है बिहार के इलेक्शन की जंग इस बार पूरी तरह कानून की चौखट में, नफ़रत की आंधियों से दूर और मतदाता की आबरू के साथ लड़ी जाएगी।