Bihar Vidhansabha chunav 2025: पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन से चार दिन पहले भी गठबंधन में अटकलें और असहमति , इंडिया और एनडीए में प्रत्याशियों की तस्वीर अभी तक अधूरी
Bihar Vidhansabha chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन दाखिल करने के लिए महज चार दिन शेष हैं, लेकिन चुनावी मैदान में सियासी हलचल और असमंजस का माहौल जारी है....

Bihar Vidhansabha chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन दाखिल करने के लिए महज चार दिन शेष हैं, लेकिन चुनावी मैदान में सियासी हलचल और असमंजस का माहौल जारी है। दोनों प्रमुख गठबंधन इंडिया गठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में अभी तक प्रत्याशियों की अंतिम सूची और सीटों के बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में कौन सी सीट किस दल को मिलेगी और कौन प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे, इस पर साझेदारों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। खासकर जेडीयू और भाजपा की सिटिंग सीटों को लेकर विवाद चल रहा है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सोमवार को पटना में जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के आवास पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक की। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी शामिल रहे।
एनडीए में शामिल सहयोगी दल हम और रालोमो की नाराज़गी भी सामने आई है। रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर “फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की।” वहीं, हम के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि केवल छह सीटें मिलने से उनके कार्यकर्ताओं में असंतोष है, लेकिन वे इसे सुलझाने और समझौता करने का प्रयास करेंगे।
इसी बीच, इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक औपचारिक रूप से नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक, इसे अंतिम रूप देने में एक-दो दिन और लग सकते हैं। गठबंधन में सुलझाव के लिए नई दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल और बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू से मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम भी इस बैठक में मौजूद रहे। बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “सकारात्मक बातचीत जारी है और जल्द ही सब कुछ तय हो जाएगा।” अल्लावारू ने भी कहा कि गठबंधन में सभी पक्ष ठोक-बजाकर और पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं, ताकि आगे कोई विवाद न रहे।सोमवार की देर रात दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी यादव ने एयरपोर्ट पर कहा कि “आज-कल में सीटों का बंटवारा हो जाएगा। कहीं कोई जिच नहीं है।”
इस स्थिति से साफ़ है कि पहले चरण के चुनावी नामांकन के लिए समय की कमी और गठबंधन में साझेदारी, सम्मान और सत्ता के समीकरण की जटिलताएँ दोनों प्रमुख गठबंधनों की कार्यप्रणाली पर प्रभाव डाल रही हैं। जनता और दावेदारों के बीच इस असफल तयशुदा तस्वीर ने ऊहापोह की स्थिति पैदा कर दी है। अब नजरें इस बात पर टिक गई हैं कि आने वाले एक-दो दिनों में सीट बंटवारे और प्रत्याशियों की घोषणा कितनी पारदर्शिता और संतुलन के साथ हो पाएगी।