जेडीयू ने फाइनल की चुनावी बाज़ी , चार विधायकों का कटा टिकट! 103 उम्मदवारों को मैदानों में उतरेगी ‘टीम नीतीश’
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों की सूची को लगभग अंतिम रूप दे दिया है।चार मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं..

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में फिर से हलचल तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों की सूची को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू करीब 103 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। हालांकि, इसकी औपचारिक घोषणा NDA के शीर्ष नेताओं द्वारा “मौक़े-ए-मुनासिब” पर की जाएगी।
जेडीयू के एक सीनियर नेता ने बताया कि चार मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं, जिनका प्रदर्शन पार्टी और जनता दोनों की कसौटी पर खरा नहीं उतरा। इनकी जगह अब नए, ऊर्जावान चेहरों को मौका मिलेगा। खगड़िया की परबत्ता सीट पर विधायक संजय कुमार के RJD में शामिल होने के बाद वहां नया उम्मीदवार उतारा जाएगा, जबकि रूपौली सीट पर पूर्व विधायक बीमा भारती के विपक्षी खेमे में जाने से नया प्रत्याशी तय कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि भागलपुर, नवादा और बांका जिलों की चार सीटों पर भी बदलाव किए गए हैं।
नाम न उजागर करने की शर्त पर एक नेता ने कहा, केंद्रीय नेतृत्व ने साफ़ कहा था जो विधायक ज़मीनी तौर पर एक्टिव नहीं हैं या जिनसे जनता नाराज़ है, उन्हें टिकट नहीं मिलेगा।
उधर NDA में सीट बंटवारे की पहेली भी सुलझने के क़रीब है। सूत्रों के मुताबिक BJP 102 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि जेडीयू के खाते में 103 सीटें तय मानी जा रही हैं। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पहले 20–22 सीटों पर सहमत थी, लेकिन अब उसने ज़्यादा हिस्सेदारी की मांग शुरू कर दी है।
NDA के अन्य सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी “सम्मानजनक सीटें” देने पर बातचीत जारी है। HAM अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने पहले ही कहा था “हम दावा नहीं, निवेदन कर रहे हैं कि हमें इज़्ज़तदार सीटें मिलें, वरना चुनाव से किनारा करेंगे।”
वहीं, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, “सब कुछ NDA में ठीक-ठाक है, सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की सूची पर फ़ैसला अगले 1-2 दिन में होगा। औपचारिक ऐलान बहुत जल्द किया जाएगा।”
बिहार की फ़िज़ा में अब सियासी सुगबुगाहट साफ़ सुनाई दे रही है एक तरफ़ नीतीश की रणनीति, दूसरी ओर NDA की अंदरूनी खींचतान देखना है कौन बनेगा पटना की गद्दी का नया फ़ैसला-साज़!