एक या दो चरण! कितने फेज में हो बिहार चुनाव भाजपा-जदयू में दो राय, चुनाव आयोग को अलग अलग सुझाव, बुर्का पर बड़ी मांग

 Dilip Jaiswal and Sanjay Jha
Dilip Jaiswal and Sanjay Jha - फोटो : news4nation

Bihar election : बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने शनिवार को चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने आयोग से राज्य में एक ही चरण में चुनाव कराने का अनुरोध किया है, ताकि प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन बेहतर ढंग से सुनिश्चित किए जा सकें। संजय झा ने बताया कि जदयू ने आयोग से यह भी मांग की है कि सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती की जाए। विशेष रूप से पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित और महादलित वर्गों के मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए, ताकि सभी वर्गों के लोग बिना भय और दबाव के मतदान कर सकें।


हालांकि इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आयोग से मुलाकात के दौरान अधिकतम दो चरणों में चुनाव कराने का सुझाव दिया था। बिहार में चुनावी माहौल अब तेजी से गरमाता दिख रहा है। वहीं संजय झा ने कहा कि जदयू ने चुनाव आयोग को बिहार में एसआईआर (स्थिति की समीक्षा) करने के लिए धन्यवाद दिया है और राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने का अनुरोध किया है। 


बुर्का पर गाइडलाइन ! 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बैठक के बाद बताया कि पार्टी ने आयोग से आग्रह किया है कि राज्य में चुनाव एक या दो चरणों में ही संपन्न कराए जाएं, ताकि प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था बेहतर ढंग से बनाए रखी जा सके। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में केंद्रीय बलों की तैनाती अनिवार्य की जाए, ताकि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान हो सके।


भाजपा ने विशेष रूप से दियारा क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां अक्सर बूथ लूट की घटनाएं होती हैं, इसलिए इन इलाकों में किसी भी परिस्थिति में केंद्रीय बलों की तैनाती सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके अलावा, पार्टी ने आयोग को सुझाव दिया कि महिला मतदाताओं, खासकर बुर्का पहनने वाली महिलाओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रावधान किए जाएं, ताकि मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।


भाजपा ने यह भी प्रस्ताव रखा कि चुनाव से 24 घंटे पहले प्रत्येक मतदाता को एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जाए, जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सके और लोग समय पर मतदान केंद्र तक पहुंच सकें।