Bihar Politics: एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बनी सहमति ! इस दिन होगा ऐलान, अमित शाह और नीतीश की मुलाकात ने बना दी बात....

Bihar Politics: एनडीए में जल्द ही सीट बंटवारे का ऐलान होने वाला है। बीजेपी-जदयू में सीट शेयरिंग को लेकर बात बन गई है। अब केवल मांझी, चिराग और कुशवाहा के साथ सहमति बनानी है...पढ़िए आगे...

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एनडीए में सीट बंटवारा तय !- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएं तेज है। एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचातानी चल रही है। पीएम मोदी सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आए थे। इस दौरान पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बैठक में बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी संजय झा और विजय चौधरी भी मौजूद रहे। सूत्रों की मानें तो इस दौरान सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में सहमति बन गई है। 

सीट बंटवारे पर बनी सहमति 

दरअसल, सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और जदयू ने अपने बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति बना ली है। अब केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(रा), केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)  और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM से बातचीत कर सहमति बनानी है। सभी पार्टी से सहमति बनने के बाद सीट बंटवारे को लेकर आखिरी फैसला लिया जाएगा।  

नवरात्र में होगा सीट बंटवारे का ऐलान 

जानकारी के अनुसार, सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नवरात्र के दौरान घोषित किया जा सकता है, जिसकी शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है। एनडीए इस मौके को शुभ मानते हुए जनता तक एकजुटता का संदेश पहुंचाना चाहता है। संयोग यह भी है कि इसी समय से आम लोगों को जीएसटी की नई दरों का लाभ मिलना शुरू होगा। चुनाव आयोग कभी भी विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है। संभावना है कि दुर्गा पूजा के बाद ऐलान हो और छठ के बाद वोटिंग कराई जाए।

एनडीए महागठबंधन में सीधी टक्कर

गौरतलब है कि 2020 के चुनावों में जदयू की स्थिति कमजोर रही थी और बीजेपी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन नीतीश कुमार के हाल ही में एनडीए में लौटने के बाद समीकरण बदल गए हैं। बीजेपी जहां गठबंधन की एकजुटता को मजबूत करना चाहती है ताकि विपक्षी गठबंधन INDIA को टक्कर दी जा सके, वहीं नीतीश कुमार भी गठबंधन में सम्मानजनक हिस्सेदारी सुनिश्चित करना चाहते हैं।