पशुपति पारस और हेमंत सोरेन की पार्टियों को मिली महागठबंधन में एंट्री ! तेजस्वी का सीट बंटवारा पर बड़ा फैसला
विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान राजद और कांग्रेस ने जहां क्रमशः 144 और 70 सीटों पर चुनाव लड़ा , वहीं वामदलों ने 29 जबकि वीआईपी को 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला था. अब पशुपति पारस और हेमंत के दल भी महागठबंधन में होंगे

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के घटक दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ा फैसला होने की खबर है. इसमें महागठबंधन में दो नए दलों पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा और हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो की एंट्री पर सहमति बन गई है. दोनों ही दलों को अपने साथ लेकर राजद, कांग्रेस, वीआईपी और वामदल चलने को तैयार हैं. पशुपति पारस और हेमंत की ओर से पहले ही संकेत दिए गए थे कि वे बिहार में चुनाव लड़ने को तैयार हैं. साथ ही राजद सुप्रीमो लालू यादव से पशुपति और हेमंत की मुलाकातें भी हो चुकी हैं.
इन सीटों का ऑफर
पशुपति और हेमंत की पार्टियों को कुछ चुनिन्दा सीटों के देने की बातें सामने आ रही हैं. सूत्रों के अनुसार पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को 4 से 5 सीटों का ऑफर है. वहीं हेमंत के झारखंड मुक्ति मोर्चा को झारखंड और बिहार से लगने वाली सीमाई इलाकों के 2 से 3 विधानसभा की सीटें दी जा सकती हैं.हालांकि इस पर अंतिम निर्णय पार्टियों के सीट बंटवारे को लेकर होने वाले अंतिम फैसले में लिया जाएगा.
ढाई घंटे चली बैठक
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास एक पोलो रोड पर महागठबंधन की गुपचुप लेकिन निर्णायक बैठक हुई। यह मीटिंग पूर्व नियोजित नहीं थी, लेकिन तक़रीबन ढाई घंटे चली इस सियासी मशवरे ने बिहार की राजनीति में नई सरगर्मी पैदा कर दी। बैठक के बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि महागठबंधन के तमाम घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन चुकी है। सभी 243 विधानसभा सीटों पर गहन मंथन हुआ और यह तय किया गया कि इस बार हर दल को अपने-अपने मज़बूत किलों में ही उम्मीदवार उतारने का मौक़ा मिलेगा। राजेश राम ने साफ़ कहा कि 2020 की तरह इस बार भ्रम और टकराव की गुंजाइश नहीं होगी, बल्कि सीट बंटवारा समझौते और तालमेल की नई इबारत लिखेगा। महागठबंधन की सियासी गाड़ी आठ पहियों पर दौड़ेगी आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, सीपीआई-माले, सीपीआई, सीपीएम, रालोजपा और जेएमएम।
तेजस्वी बनेंगे सीएम, मुकेश डिप्टी सीएम !
बैठक के बाद वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने ऐलान किया 15 सितंबर तक सीट बंटवारे की तस्वीर साफ़ हो जाएगी। हम लोग एक-एक सीट पर तर्कसंगत चर्चा कर रहे हैं कि कौन, कहां से मज़बूत है और किसको लड़ाने से महागठबंधन को ज़्यादा फ़ायदा मिलेगा।" सहनी ने यह भी स्पष्ट किया कि “तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुखिया और मुख्यमंत्री के चेहरा होंगे, उपमुख्यमंत्री के चेहरे पर भी कोई मतभेद नहीं है।
राजद को छोडनी होगी सीटें
विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान राजद और कांग्रेस ने जहां क्रमशः 144 और 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वहीं वामदलों ने 29 जबकि एनडीए के हिस्सा रहे वीआईपी को 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला था. सूत्रों का कहना है कि इस बार राजद और कांग्रेस को अपनी कुछ सीटों को छोड़ना पड़ सकता है. तभी पशुपति पारस, हेमंत सोरेन और मुकेश सहनी को महागठबंधन में सम्मानजनक सीटें मिल सकती हैं.