पवन सिंह की होगी भाजपा में घर वापसी, उपेंद्र कुशवाहा का मिल गया आशीर्वाद, बिहार चुनाव में दो जातियों को साधेगी BJP

Pawan Singh : भोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह की भाजपा में घर वापसी होगी. पवन सिंह ने दिल्ली में राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की. कुशवाहा ने पवन सिंह को आशीर्वाद दिया जिसके बाद उनके भाजपा में आने का रास्ता साफ हो गया. लोकसभा चुनाव में पवन सिंह के कारण ही उपेंद्र कुशवाहा को हार का सामना करना पड़ा था. अब दोनों के बीच विधानसभा चुनाव के पहले सुलह की तस्वीर आने से भाजपा के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है क्योंकि इससे पार्टी राजपूत और कुशवाहा दोनों जातियों को साधने में सफल रह सकती है.
पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात के दौरान मौजूद रहे भाजपा प्रभारी विनोद ने कहा कि पवन सिंह भाजपा में हैं और भाजपा में ही रहेंगे। उपेंद्र कुशवाहा (राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख) ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। आगामी चुनाव में पवन सिंह भाजपा कार्यकर्ता के रूप में एनडीए के लिए सक्रियता से काम करेंगे. इस दौरान भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा भी मौजूद रहे. अब भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह 5 अक्टूबर को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे। पार्टी इस कदम को लेकर खासा उत्साहित है, क्योंकि पवन सिंह की लोकप्रियता और उनकी छवि चुनावी मैदान में बड़ा असर डाल सकती है।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह को भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था. हालांकि पवन सिंह का महिला विरोधी और पश्चिम बंगाल की महिलाओं को लेकर गाये गए गानों को लेकर हुए विरोध के बाद मामला उलट गया. पवन सिंह ने वहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. हालांकि कहा गया कि भाजपा ने उनसे टिकट लेने के लिए दबाव बनाया था. बाद में पवन सिंह ने काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में निर्दलीय दांव ठोका. नतीजा रहा कि उपेंद्र कुशवाहा वहां एनडीए उम्मीदवार होते हुए भी चुनाव हार गए. इसका कारण पवन सिंह को माना गया. इतना ही नहीं पवन सिंह का टिकट कटने से राजपूत वोटरों में नाराजगी भी देखी गई. नतीजा रहा कि एनडीए को पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, औरंगाबाद, काराकाट और जहानाबाद सीटों पर चुनाव हारना पड़ा. ऐसे में अब विधानसभा चुनाव में पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के साथ आने से एनडीए को लाभ हो सकता है.