Bihar Vidhansabha Chunav 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच, दिल्ली में तेजस्वी-राहुल के मंथन के बाद हो सकता ऐलान
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: महागठबंधन की ओर से सीट बंटवारा अब तक फंसा हुआ है।तेजस्वी यादव-राहुल गांधी की दिल्ली मुलाकात के बाद ही अंतिम ऐलान होने की उम्मीद है।

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासी गोटी अब पूरे सबाब पर है। एनडीए में लंबे मोलभाव और खींचतान के बाद सीट बंटवारा रविवार को तय हो गया। बीजेपी और जेडीयू अब 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि चिराग पासवान की एलजेपी-रामविलास 29 सीटों, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता दल और जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 6-6 सीटों पर मैदान में उतरेगी।
वहीं, महागठबंधन की ओर से सीट बंटवारा अब तक फंसा हुआ है। 13 अक्टूबर यानी सोमवार को दिल्ली में बैठक होनी है, जिसमें तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, मुलाकात के बाद ही महागठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान संभव है।महागठबंधन में आरजेडी मुख्य पार्टी है, लेकिन सहयोगी दलों में सहमति बनने में देरी बनी हुई है। कांग्रेस और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी ज्यादा सीटों की मांग कर रही हैं।
सूत्र बताते हैं कि आरजेडी लगभग 130-135 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि कांग्रेस 55-60 सीटों पर सहमत हो चुकी है। वीआईपी को लगभग 12-20 सीटों की संभावना है। मुकेश सहनी पहले ज्यादा मांग कर रहे थे, लेकिन बाद में इसे घटा दिया।दिल्ली रवाना होने से ठीक पहले मुकेश सहनी ने गोपालपुर सीट पर प्रेमसागर उर्फ डब्ल्यू यादव को टिकट दिया, जो गठबंधन में उनकी सक्रियता को दिखाता है।
कांग्रेस नेताओं ने भी स्पष्ट किया कि बैठक के बाद ही सीट बंटवारा और रणनीति का ऐलान होगा। कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि "महागठबंधन एकजुट है, मौजूदा सरकार और भ्रष्ट सरकार का जाना तय है।"
इससे पहले एनडीए में लंबी खींचतान रही, लेकिन अंततः बीजेपी-जेडीयू का बराबरी वाला समीकरण तय हुआ। यह राजनीतिक समीकरण और गठबंधन रणनीति अब बिहार चुनाव के नतीजों को निर्णायक रूप से प्रभावित करने वाला है।
बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति का पेंच महागठबंधन में अभी फंसा हुआ है, और तेजस्वी यादव-राहुल गांधी की दिल्ली मुलाकात के बाद ही अंतिम ऐलान होने की उम्मीद है। एनडीए ने अपनी सीटें तय कर ली हैं, अब महागठबंधन की चाल पर बिहार की सियासत की अगली बाज़ी टिकी हुई है।