Bihar Flood: प•चम्पारण के बगहा पुलिस जिला के सिंघाडी पिपरिया के वार्ड नंबर 15 खैरटवा गांव के पास चम्पारण तटबंध जल संसाधन विभाग के अधिकारियो के लापरवाही की भेंट चढ़ गया है. चम्पारण तटबंध ध्वस्त हो गया है. एक दर्जन से अधिक गांवो मे बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. तो वहीं हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है.
बगहा में उफनाई गंडक नदी अब भारी तबाही मचाने लगी है. दरअसल रतवल से चखनी को जोड़ने वाला चम्पारण तटबंध पानी की तेज दबाव के कारण टूट गया जिसके बाद आसपास के गांवों में तेजी से पानी फैलने लगा है. यह गाइड बांध सिंगाड़ी पिपरिया पंचायत के वार्ड नंबर 15 में पड़ता है.
बता दें की नेपाल के देवघाट से शनिवार को 6 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया था जो नदी किनारे बसे लोगों के लिए आफत बनकर आई है. घटना की सूचना पर प्रशासन और जलसंसाधन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है और स्थिति का जायजा लिया जा रहा है.
वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोग बांध के निर्माण और रखरखाव की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं. चार पंचायतों के साथ लगभग दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. तटबंध टूटने के कारण आसपास के क्षेत्रों में पानी का तेज प्रवाह हो गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
ग्रामीणों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा है. तटबंध टूटने से रतवाल, चंद्रपुर, भिराड़ी, पतीलार, लक्ष्मीपुर, सीतापार, चैनपुर, मौजा टोला सहित चार पंचायतों के करीब दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ जाने की संभावना जताई जा रही है. इन गांवों में पानी तेजी से घुस रहा है, जिससे कृषि भूमि और घरों को भारी नुकसान हो सकता है.
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध की मरम्मत करने के कार्यों में भारी अनियमितता व लापरवाही बरती गई थी, जिससे यह घटना घटी है. पहले भी तटबंध की कमजोर स्थिति को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन समय पर कदम नहीं उठाए गए. वहीं इस संबंध मे बगहा के भाजपा विधायक राम सिंह भी सुचना मिलते ही ध्वस्त हुये तटबंध के पास पहुंच पत्रकारों से बातचीत करते हुये बताया कि यह तटबंध जल संसाधन विभाग के अधिकारियो के लापरवाही व घोर अनियमितता के कारण ध्वस्त हुआ है . इसकी जांच कराई जायेगी व दोषी अधिकारियो को बक्शा नहीं जायेगा .
रिर्पोटर- मणि भूषण शर्मा