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BIHAR FLOOD : शिवहर के तरियानी छपरा में बागमती नदी पर बना बांध 20 फीट टूटा, सैकड़ों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, मौके पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम

शिवहर में टूटा तटबंध

SHEOHAR : शिवहर जिले के तरियानी छपरा में बागमती नदी पर बना तटबंध टूट गया है। एसडीएम अविनाश कुणाल ने बताया कि तरियानी छपरा में करीब 20 फीट के आसपास तटबंध टूटा है। जहां पानी का तेज बहाव होने से सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अचानक कई इलाके में पानी घुस जाने से अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। बता दें कि अभी भी बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 195 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बांध टूटने की खबर मिलते ही पूरा जिला प्रशासन तरियानी छपरा गांव में पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वही ग्रामीणों ने बताया कि सुबह से ही तटबंध में रिसाव हो रहा था।  जिसकी सूचना बागमती डिवीजन के अधिकारियों को दी गई थी।  लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।  जिसके कारण शाम में तटबंध टूट गया है। 

जदयू के प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान ने तरियानी छपरा में तटबंध टूटने की जांच की मांग की है। चौहान ने कहा है कि आखिर ग्रामीण बार-बार इसकी सूचना विभाग को दे रहे थे।  बावजूद क्यों नहीं इसकी सुधी ली गई। अगर सुबह से ही इसकी मरम्मत होती तो तटबंध नहीं टूट पता। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर इसकी जांच कराने की मांग की है।

वहीँ बगहा में चंपारण तटबंध, जो बेतिया से लेकर चखनी गांव तक फैला हुआ है, ध्वस्त हो गया है। जिससे चार पंचायतों के साथ लगभग दो दर्जन गांव बाढ़ के गंभीर खतरे की चपेट में आ गए हैं। तटबंध टूटने के कारण आसपास के क्षेत्रों में पानी का तेज प्रवाह हो गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। तटबंध ध्वस्त होने के बाद प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा खतरा उन गांवों पर है जो सीधे नदी के किनारे स्थित हैं।

ग्रामीणों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा है। तटबंध टूटने से रतवाल, चंद्रपुर, भिराड़ी, पतीलार, लक्ष्मीपुर, सीतापार, चैनपुर, मौजा टोला सहित चार पंचायतों के करीब दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ जाने की संभावना जताई जा रही है। इन गांवों में पानी तेजी से घुस रहा है, जिससे कृषि भूमि और घरों को भारी नुकसान हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध की मरम्मत और मजबूत करने के कार्यों में लापरवाही बरती गई थी, जिससे यह घटना घटी है। पहले भी तटबंध की कमजोर स्थिति को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन समय पर कदम नहीं उठाए गए।

शिवहर से मनोज और बगहा से नागेन्द्र की रिपोर्ट 

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