Bihar News: बिहार का शोक कहे जाने वाली कोसी नदी एक बार फिर उफान पर है। जिससे उत्तर बिहार के दर्जनों जिलों पर भीषण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, नेपाल में हो लगातार बारिश से कोसी के जलस्तर में वृद्धि हो गई है। वहीं अब इसको लेकर कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। वहीं अब इसके कारण बिहार में बाढ़ के 56 साल के रिकॉर्ड के टूट जाने की संभावना जताई जा रही है।
वहीं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद है। बाढ़ ग्रस्ति क्षेत्रों में हाईअलर्ट जारी है। इसी बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी बिहार की बाढ़ को लेकर चिंता जताई है। तेजस्वी यादव फिलहाल अपने परिवार के साथ विदेश में हैं, जहां से वो बिहार के गतिविधियों में नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने बाढ़ को लेकर भी लोगों से खास अपील की है।
तेजस्वी यादव ने ट्विट कर कहा कि, नेपाल में हो रही निरंतर बारिश से कोसी के जलस्तर में वृद्धि के कारण कोसी बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए है। कोसी नदी का जलस्तर 56 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। कोसी तटबंध के भीतर, बांध एवं नहर के नजदीक बसे क्षेत्रवासियों को सचेत, सतर्क, सावधान एवं सुरक्षित रहने का विनम्र आग्रह करता हूँ। प्रशासन की तरफ़ से भी हाई अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि, राजद के पार्टी कार्यकर्ता भी लोगों की सेवा के लिए तत्पर और सजग है। प्रशासन एवं सरकार से आग्रह है कि लगातार मॉनिटरिंग कर, चौकन्ना रहकर लोगों को सावधान करें एवं उन्हें सुरक्षित रखे। बता दें कि, पानी के दबाव को देखते हुए बराज के सभी 56 फाटक खोले दिए गए हैं। वहीं अनुमान है कि आज शाम तक करीब 6 लाख क्यूसेक या उससे भी ज्यादा पानी कोसी बराज से छोड़ दिया जाएगा। यह हालिया वर्षों में एक दिन में कोसी बराज से छोड़ा जाने वाला सर्वाधिक पानी होगा।
वहीं इससे बिहार पर भारी जल प्रलय का खतरा मंडरा रहा है बाढ़ प्रबंधन विभाग ने कोशी नदी के दायरे में आनेवाले आठ जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। साथ ही इन जिलों के प्रशासन और पुलिस को निर्देश दिया गया है बाढ़ से बचाव के लिए अपनी पूरी तैयारी कर लें। विभाग के अनुसार नेपाल से कोसी नदी में एक साथ 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। बाढ़ आपदा प्रबंधन ने जिन जिलों में अलर्ट रहने के लिए कहा है, उनमें सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार शामिल है।