Nilgai calf viral video: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक वायरल वीडियो ने इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। क्लिप में देखा जा सकता है कि कैसे 2 स्थानीय लोग एक अजगर से नीलगाय के बछड़े को बचाने की कोशिश करते हुए देखे गए। वीडियो में अजगर की पूंछ को पकड़कर उसे ज़ोर-ज़ोर से हिलाया जा रहा है ताकि उसने निगल रहे बछड़े को छोड़ा जा सके। इस घटना पर लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी हैं। कई सोशल मीडिया यूजर ने इस हस्तक्षेप की नैतिकता पर सवाल उठाए हैं।
वीडियो शेयर करने वाले आईएफएस अधिकारी परवीन कासवान ने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि क्या इस प्रकार प्राकृतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना सही है? यह सवाल तेजी से वायरल हो गया और कई यूजर्स ने इसे नैतिकता और प्रकृति के प्रति हमारे दृष्टिकोण से जोड़कर देखा। वीडियो को 12 लाख बार देखा भी जा चुका है।
In a recent viral video some locals try to save a Nilgai calf after it was swallowed by a python. What do you think; is it right to interfere like this in natural world. Or they did right thing. pic.twitter.com/Qgxk0MPUq0
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) October 12, 2024
वायरल वीडियो पर आलोचनात्मक प्रतिक्रियाएं
कई लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि मनुष्यों को प्रकृति के नियमों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। एक यूजर ने कहा, अजगर के गले में फंसा बछड़ा पहले ही दम घुटने से मर चुका था, ऐसे में अजगर को मारना गलत है।" विशेषज्ञ भी मानते हैं कि बछड़ा संभवतः अजगर के निगलने और दम घुटने से पहले ही मर चुका था। एक अन्य यूजर ने कहा, "वे अजगर को बेवजह पीट रहे थे, जबकि बछड़ा पहले ही मर चुका था।"
कई लोगों ने कहा कि हर एक जीव को पेट भरने के लिए शिकार करने का अधिकार है और इस तरह का हस्तक्षेप अस्वाभाविक है। एक अन्य ने कमेंट में कहा गया, "उन्होंने दो जानवरों को नुकसान पहुंचाया। नील गाय का बछड़ा वैसे भी मर चुका है, और अब सांप भूखा मर जाएगा।" इस बात पर भी बहस हुई कि अजगर का स्वाभाविक भोजन प्रक्रिया को बाधित करना उसे नुकसान पहुंचा सकता है।