रिश्तों की अनोखी मिसाल: सास की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी बहू, ब्रेन हेमरेज से तोड़ा दम; एक साथ उठीं दो अर्थियां

सास की मौत की खबर सुनते ही बहू को इतना गहरा सदमा लगा कि उसे ब्रेन हेमरेज हो गया और उसने भी प्राण त्याग दिए। यह घटना समाज में सास-बहू के रिश्तों को देखने का एक नया नजरिया पेश करती है।

रिश्तों की अनोखी मिसाल: सास की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर

Deoghar : झारखंड के देवघर जिले से एक दिल दहला देने वाली और भावुक घटना सामने आई है। जिले के सोनरायठाड़ी प्रखंड अंतर्गत नकटी गांव में बुधवार की रात एक ही परिवार में दो मौतों ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। यहां सास मुंद्रिका देवी के निधन की खबर उनकी बहू उषा देवी बर्दाश्त नहीं कर सकीं और सदमे में उन्होंने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।

जानकारी के मुताबिक, मुंद्रिका देवी का निधन हुआ था। जैसे ही यह खबर उनकी बहू उषा देवी को मिली, उन्हें इतना गहरा आघात लगा कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया। परिजनों ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सास के वियोग में बहू ने भी दम तोड़ दिया। यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक और मिसाल है जो सास-बहू के रिश्तों को केवल झगड़े और तकरार के चश्मे से देखते हैं।

रिश्तों की खामोश सच्चाई 

यह घटना साबित करती है कि रोजमर्रा की नोक-झोंक के पीछे एक गहरा प्रेम छिपा होता है। भले ही सास-बहू के बीच तकरार होती हो, लेकिन एक-दूसरे के प्रति चिंता और अपनापन कितना गहरा था, इसका प्रमाण उषा देवी की मौत है। जिस सास के साथ जीवन का लंबा वक्त गुजारा, उनके जाने का दुख बहू का दिल और दिमाग सह नहीं पाया।

मातम में डूबा परिवार 

एक ही घर में सास और बहू की मौत के बाद परिवार पूरी तरह टूट गया है। मुंद्रिका देवी और उषा देवी के जाने के बाद घर के बच्चे और अन्य सदस्य गहरे सदमे में हैं। घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात की और उन्हें ढाढस बंधाया। उन्होंने इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत रखने को कहा। यह घटना पूरे समाज के लिए एक संदेश छोड़ गई है कि रिश्तों की अहमियत झगड़ों से कहीं ऊपर है।