कोडरमा। झारखंड दसवीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करते हुए प्रिंस साव उर्फ प्रशांत साव नामक एक युवक को गिरफ्तार किया है। वह जामू में प्रज्ञा उच्च विद्यालय के नाम से एक स्कूल सह कोचिंग चलाता है।
भाजपा नेता से है कनेक्शन
पुलिस की जांच में पाया गया कि प्रिंस साव उर्फ प्रशांत साव जैक बोर्ड एक्जामिनेशन पेपर-2025 क्वेशचन आरिजनल के नाम के एक व्हाट्सप ग्रुप का एडमिन है। पुलिस ने इसी को आधार बना कर प्रिंस को हिरासत में लिया है और उससे पेपर लीक मामले में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रिंस साव भाजपा नेता प्रकाश साहा का पुत्र है।
विज्ञान और हिन्दी के पेपर हुए लीक
गौरतलब है कि अभी 18 फरवरी को जैक बोर्ड के दसवीं के हिन्दी और साइंस के पेपर के लीक होने की खबर मिली थी। इस लीक पेपर को सोशल मीडिया के जरिए छात्रों तक पहुंचाया गया। जानकारी के अनुसार मरकच्चो के कई छात्र को यह पेपर 18 और 19 फरवरी को व्हाटसएप के जरिए भेजा गया था। विज्ञान की परीक्षा 20 फरवरी को होनी थी।
परीक्षा की गई स्थगित
छात्रों ने जब लीक प्रश्न-पत्र का मिलान बोर्ड द्वारा दिए गए प्रश्न-पत्र से किया तो वह बिल्कुल सही पाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए बोर्ड के उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई और बोर्ड ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों को इसकी जांच के आदेश दिए और इस परीक्षा को स्थगित करने का आदेश दिया।
बोर्ड छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं
इधर झारखंड छात्र संघ(आजसू) के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने बताया कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जब भी कोई परीक्षा आयोजित की जाती है, उसका प्रश्न-पत्र पहले ही सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों तक पहुंच जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि बोर्ड छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है।
अभिषेक-सुमन की रिपोर्ट