Symptoms Of Liver Damage: खान पान और दैनिक दिनचर्या के के बदलाव के कारण आजकल लीवर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है।ऐसे में थोड़ी सी सावधानी हमें बड़े खतरे से बचा सकती है। सांसों की बदबू और आंखों का रंग लिवर की खराबी के महत्वपूर्ण संकेत हो सकते हैं। जब लिवर ठीक से काम नहीं करता है, तो यह शरीर में विषाक्त पदार्थों को सही तरीके से फ़िल्टर नहीं कर पाता, जिससे सांसों में गंध आ सकती है। इस स्थिति को फेटोर हेपेटिकस कहा जाता है, जिसमें सांसों में मीठी या मटमैली गंध होती है। यह गंध आमतौर पर दिनभर बनी रहती है और इसे सामान्य मौखिक स्वच्छता के बावजूद अनुभव किया जा सकता है.
थकान-यदि लीवर खराब है, तो आपको अत्यधिक थकान का अनुभव होगा। IGIMS के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार जब आप इस तरह की थकान महसूस करें तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज करवाएं.
लिवर की खराबी का एक अन्य प्रमुख संकेत जॉन्डिस है, जिसमें आंखों और त्वचा का रंग पीला हो जाता है। यह तब होता है जब रक्त में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जो कि लिवर द्वारा सामान्यतः फ़िल्टर किया जाता है। जब लिवर ठीक से कार्य नहीं करता, तो बिलीरुबिन रक्त प्रवाह में जमा हो जाता है, जिससे आंखों के सफेद भाग का रंग पीला दिखाई देता है.
गहरे रंग का पेशाब-IGIMS के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ रोहित उपाध्याय के अनुसार अगर यूरिन सामान्य रंग की बजाय गाढ़े या किसी अन्य रंग में आए तो खतरे की बात है क्योंकि यह इस बात का संकेत हो सकता है कि लिवर में कोई समस्या है.
हल्के रंग का मल- लिवर में कोई समस्या हो तो इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है और कब्ज की समस्या हो जाती है. ऐसे में यदि आपमें भी ये लक्षण दिखाई दे तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें. मल का रंग परिवर्तित हो जाता है.
त्वचा में खुजली- क्या आप खुजली और रैशेज जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं से परेशान हैं? तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए। डॉ रोहित उपाध्याय के बताते हैं कि यह लिवर की समस्या का भी संकेत है। खास तौर पर कहा जाता है कि त्वचा पर लाल धब्बे बन जाते हैं।
पेट में सूजन और मतली-भूख की कमी-आपको बार-बार मतली और उल्टी जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो विशेषज्ञ आपको कोई लापरवाही न बरतने की सलाह देते हैं. क्योंकि वे लक्षण लिवर की समस्या का संकेत देते हैं.
इन सभी लक्षणों को ध्यान में रखते हुए यदि कोई व्यक्ति सांसों की बदबू या आंखों के पीलेपन का अनुभव करता है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।