कुछ बच्चों के हाथ में अतिरिक्त उंगली होने की स्थिति को पॉलीडैक्टली (Polydactyly) कहा जाता है। यह एक सामान्य जन्मजात कंडीशन है, जिसका असर शिशु के हाथ में अतिरिक्त उंगली के रूप में दिखता है। यह स्थिति जन्म के साथ पैदा होती है और आमतौर पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। तो चलिए, हम जानते हैं इस स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
क्या है पॉलीडैक्टली (Polydactyly)?
पॉलीडैक्टली एक जन्मजात स्थिति है जिसमें बच्चा एक या एक से अधिक उंगलियों के साथ पैदा होता है। इसके कारण शिशु के हाथ या पैरों में अतिरिक्त उंगली दिखाई देती है। यह अतिरिक्त उंगली आमतौर पर छोटी होती है और असामान्य रूप से विकसित होती है। पॉलीडैक्टली आमतौर पर अनुवांशिक होती है, यानी अगर परिवार में किसी को यह समस्या रही है, तो आने वाली पीढ़ियों में इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
कहाँ पर होती है छठी उंगली?
अधिकतर मामलों में यह अतिरिक्त उंगली छोटी उंगली के पास या अंगूठे के पास पाई जाती है। कुछ दुर्लभ मामलों में यह उंगली बीच वाली उंगली पर भी हो सकती है। इन अतिरिक्त उंगलियों में केवल स्किन और नरम ऊतक होते हैं, और इन्हें आसानी से सर्जरी से हटाया जा सकता है। हालांकि, कभी-कभी इन उंगलियों में हड्डी भी हो सकती है, जिसे सर्जरी के द्वारा एक से दो साल के बीच हटाया जा सकता है।
क्या हैं इसके कारण?
पॉलीडैक्टली का कारण तब होता है जब शिशु गर्भ में विकास के दौरान उसकी हथेली पैडल जैसी बन जाती है और बाद में उंगलियों में विभाजित हो जाती है। यदि यह प्रक्रिया सामान्य समय से अधिक चलती है, तो एक अतिरिक्त उंगली बन सकती है। यह प्रक्रिया जीन और फैमिली हिस्ट्री से जुड़ी होती है, यानी अगर परिवार में किसी को यह समस्या रही है, तो अगले पीढ़ी में भी यह हो सकती है।
क्या यह स्थिति नॉर्मल है?
डॉक्टर पुनीत आनंद ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि पॉलीडैक्टली एक सामान्य स्थिति है और इस पर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर शिशु की उंगली में अतिरिक्त हड्डी और ऊतक होते हैं, तो इसे सर्जरी के जरिए हटाना पड़ सकता है। आमतौर पर, यह स्थिति किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी का कारण नहीं बनती, लेकिन अगर यह शिशु के विकास को प्रभावित करती है तो इलाज की आवश्यकता हो सकती है।
क्या इसे हटाया जा सकता है?
अगर शिशु की छह उंगली सामान्य रूप से विकसित हुई है, तो इसे सर्जरी के जरिए हटाया जा सकता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर एक साल या दो साल के बाद की जाती है। सर्जरी के बाद, बच्चे की उंगली ठीक से विकसित हो जाती है और उसकी शारीरिक स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ता।
निष्कर्ष:
पॉलीडैक्टली एक जन्मजात स्थिति है जिसमें शिशु के हाथ में अतिरिक्त उंगली होती है। यह स्थिति आमतौर पर नॉर्मल होती है और इसके लिए उपचार के विकल्प भी मौजूद हैं। डॉक्टर पुनीत आनंद के अनुसार, इस स्थिति को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह किसी शारीरिक परेशानी का कारण नहीं बनती। फिर भी, यदि अतिरिक्त उंगली में हड्डी या अन्य जटिलताएं हैं, तो सर्जरी के माध्यम से इसे हटाया जा सकता है।