देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी के पैटर्न में बड़ा बदलाव होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, इसे अब कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में कराने पर विचार किया जा रहा है। इस बदलाव को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के बीच चर्चा जारी है।
क्यों हो रहा है बदलाव?
पिछले साल नीट यूजी परीक्षा में पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के बाद एक हाई पावर कमिटी का गठन किया गया था। कमिटी की सिफारिशों के आधार पर यह निर्णय लिया जा रहा है।
क्या होंगे बदलाव?
CBT मोड: नीट परीक्षा कंप्यूटर पर आयोजित की जाएगी।
हाइब्रिड मॉडल: कुछ सिफारिशों में सुझाव दिया गया है कि प्रश्नपत्र डिजिटल तरीके से परीक्षा केंद्रों पर भेजा जाए और उत्तर OMR शीट पर दिए जाएं।
एनटीए करेगा आयोजन: परीक्षा का संचालन हमेशा की तरह NTA ही करेगा।
CBT मोड के फायदे
पारदर्शिता: पेपर लीक की संभावना खत्म होगी।
तेज परिणाम: परीक्षा के नतीजे जल्दी घोषित किए जा सकेंगे।
आधुनिक तकनीक: यह तरीका अन्य प्रमुख परीक्षाओं में पहले से इस्तेमाल हो रहा है।
कब से लागू होगा बदलाव?
नीट 2025 के लिए जारी होने वाले आधिकारिक नोटिफिकेशन में इस बदलाव की पुष्टि की जा सकती है। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव परीक्षा प्रक्रिया को और पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा। हालांकि, ग्रामीण और दूरदराज के छात्रों के लिए इंटरनेट और कंप्यूटर की उपलब्धता एक चुनौती हो सकती है। नीट यूजी में यह बदलाव परीक्षा प्रणाली को आधुनिक और निष्पक्ष बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी शुरू करें।