DESK - देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एनसीपी नेता व पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके दो आरोपियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। वहीं हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। इन सबके बीच अब यह बात सामने आई है कि अपराधियों के निशाने पर सिर्फ बाबा सिद्दिकी नहीं, बल्कि उनके बेटे व विधायक जीशान सिद्दीकी भी था। अपराधी पूरी प्लानिंग के साथ दोनों की हत्या करने के लिए आए थे और उनके गुट में चार नहीं बल्कि 10-15 लोग शामिल थे।
दशहरा खेलने के बहाने बाबा सिद्दीकी को गाड़ी से उतारा
मामले में एक अखबार के मुताबिक बाबा सिद्दीकी शनिवार रात बेटे जीशान के दफ्तर से घर जा रहे थे। बाबा सिद्दीकी और जीशान सिद्दीकी एक साथ घर जाने के लिए ऑफिस से निकले थे। इसी दौरान जीशान को एक फोन आया और वह वापस ऑफिस चले गए। जीशान ऑफिस में बैठकर फोन पर बात कर रहे थे। दूसरी तरफ, इसी दौरान 10-15 लड़कों का एक ग्रुप आया और बाबा सिद्दीकी से पूछा कि हमारे साथ दशहरा नहीं मनाएंगे क्या?
चूंकि बाबा सिद्दीकी आसानी से लोगों से मिलते थे। शनिवार रात भी उन्होंने ऐसा किया। वे लड़कों के कहने पर आतिशबाजी करने लगे। इसके बाद जब वे कार में आगे की सीट पर बैठने लगे, तभी पटाखों की आवाज के बीच 3 शूटर्स ने उन पर फायरिंग कर दी। बाबा सिद्दीकी की हत्या हो चुकी थी और हमलावर तितर-बितर हो गए थे। अगर जीशान सिद्दीकी को फोन नहीं आया होता तो उनकी भी हत्या हो सकती थी।
बाबा सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन घटना के वक्त पुलिस की गाड़ी थोड़ी दूरी पर थी। लेकिन, सब इतनी तेजी से हुआ कि सिक्योरिटी भी कुछ नहीं कर सकी। वहीं एक सोशल मीडिया पोस्ट भी सामने आई है, जिसमें लॉरेंस गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस पोस्ट की जांच कर रही है। पोस्ट करने वाले का नाम शुबू लोंकर है और उसने लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई को पोस्ट में टैग किया है।