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Baba Siddique Murder: '3 महीने पहले पुणे में रची हत्या की साजिश, यूट्यूब से सीखा गोली चलाना- मुंबई पुलिस

Baba Siddique Murder: '3 महीने पहले पुणे में रची हत्या की साजिश, यूट्यूब से सीखा गोली चलाना- मुंबई पुलिस

Baba Siddique shot dead: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।  मुंबई पुलिस के मुताबिक, सिद्दीकी की हत्या की योजना करीब तीन महीने पहले पुणे में बनाई गई थी और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

साजिश की योजना और घटना की डिटेल

बाबा सिद्दीकी, जो इस साल अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। उनकी 12 अक्टूबर को मुंबई के निर्मल नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के विधायक ऑफिस के बाहर हुई थी। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक, हत्या की पूरी योजना पुणे में बनाई गई थी। इसके अलावा, आरोपी कई बार बिना हथियार के सिद्दीकी के घर पर भी गए थे, जिससे यह साफ होता है कि हत्याकांड की साजिश लंबे समय से चल रही थी।

मामले में  चार गिरफ्तार दो फरार

पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है, इस प्रकार है।

गुरमेल बलजीत सिंह (23) - हरियाणा का निवासी और शूटर।

धर्मराज राजेश कश्यप (19) - उत्तर प्रदेश का निवासी और शूटर।

प्रवीण लोनकर - पुणे का सह-साजिशकर्ता।

हरीशकुमार बालकराम निसाद (23) - बहराइच, उत्तर प्रदेश का निवासी। इसे आज ही  गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि हरीश ने हत्यारों को पैसे और हथियार मुहैया कराए थे।

इसके अलावा शिवकुमार गौतम और शुभम लोनकर अभी फरार हैं। शुभम लोनकर का संबंध जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से होने का आरोप है।

यूट्यूब वीडियो देखकर गोली चलाने की ट्रेनिंग

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि शूटरों को हत्या के लिए ₹2 लाख रुपये दिए गए थे, जिसे हरीश के माध्यम से पहुंचाया गया था। शूटरों को दो मोबाइल फोन भी मुहैया कराए गए थे। वे स्नैपचैट और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर चैटिंग और कॉलिंग के लिए इनका इस्तेमाल करते थे। शूटरों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर गोली चलाने की ट्रेनिंग ली थी और उन्हें बाबा सिद्दीकी की तस्वीर दिखाई गई थी ताकि वे उन्हें पहचान सकें। घटना से 25 दिन पहले घर और ऑफिस की रेकी भी की गई थी, ताकि हमले की योजना को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सके।

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