CBI Arrests DRM: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्वी तटीय रेलवे के एक मंडल रेल प्रबंधक को 25 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक, यह रिश्वत एक निजी कंपनी के मालिक ने ठेके में अनुचित लाभ दिलाने के एवज में दी थी। बताया जा रहा है कि रेलवे के डीआरएम साहेब को सीबीआई ने शनिवार को गिरफ्तार किया था जिसकी जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी अनुसार विशाखापत्तनम के वाल्टेयर मंडल के रेलवे प्रबंधक सौरभ प्रसाद को एक निजी कंपनी के मालिक सानिल राठौड़ से 25 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने पूर्वी तटीय रेलवे द्वारा दिए गए ठेकों में खराब प्रदर्शन के लिए लगाए गए जुर्माने को कम करने और 3.17 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान करवाने के बदले में यह रिश्वत ली थी।
11 ठिकानों पर सीबीआई ने की छापेमारी
इस मामले में सीबीआई ने मुंबई, विशाखापत्तनम, पुणे, वडोदरा और कोलकाता में 11 स्थानों पर छापेमारी की है और प्रसाद के घर से 87.6 लाख रुपये नकद, 72 लाख रुपये के आभूषण और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। सीबीआई ने प्रसाद के अलावा सानिल राठौड़ और आनंद भगत को भी गिरफ्तार किया है।
सीबीआई की कार्रवाई
सीबीआई ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सीबीआई इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
सीबीआई का बयान
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा, ‘जारी तलाशी के दौरान सीबीआई ने अब तक 87.6 लाख रुपये (लगभग), लगभग 72 लाख रुपये के आभूषण, संपत्ति के दस्तावेज, लॉकर की चाबियां आदि बरामद की हैं।’एजेंसी ने बताया कि कल्याण में एक फ्लैट के लिए किए गए निवेश, लॉकर की चाबी और प्रसाद के बैंक बैलेंस से जुड़े दस्तावेजों समेत कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। एजेंसी ने कहा कि रिश्वत कथित तौर पर पूर्वी तटीय रेलवे द्वारा दिए गए एक अनुबंध में खराब प्रदर्शन के लिए लगाए गए जुर्माने को कम करने के लिए ‘ईनाम’ के रूप में दी गई थी।