शराबबंदी को सफल बनाने के लिए आज से चलेगा बड़ा ऑपरेशन, पहली बार सड़क पर उतरेंगे ADG और आईजी रेंक के अधिकारी, जानिए किन्हें मिली जिम्मेदारी

PATNA : बिहार में नए साल पर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करवाने के लिए बड़े ऑपरेशन की तैयारी की है। जिसके बाद बिहार में शराब के धंधे में लिप्त और शराब का सेवन करनेवाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने पहली बार 10 एडीजी और 2 आईजी रैंक को इस ऑपरेशन को कामयाब बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। खासबात यह है कि इस ऑपरेशन में एसटीएफ,एटीएस, सीआईडी और स्पेशल ब्रांच के एडीजी भी लगाए गए हैं।
शराबंबदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद से ही बड़े ऑपरेशन की रणनीति तैयार की जा रही थी। उसके बाद कल जिस तरह से सीएम नीतीश कुमार मद्य निषेध विभाग के दौरे पर गए और वहां शराबबंदी कानून को लेकर नए प्लान की तैयारी पर बात हुई, उसके बाद से ही यह तय था कि बिहार सरकार कुछ बड़ा करने की तैयारी में है।
आज से शुरू होगा ऑपरेशन
राज्य में शराब के खिलाफ 15 दिसंबर से ऑपरेशन न्यू ईयर की तैयारी है। यह ऑपरेशन जनवरी के पहले पखवारे तक जारी रहेगा। माना जा रहा है कि बिहार में शराब के खिलाफ यह अभी तक का सबसे बड़ा और व्यापक ऑपरेशन होगा। पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है।
इन सभी अफसरों को सौंपी गई मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी
इसके तहत सीआईडी के एडीजी जितेन्द्र कुमार को केन्द्रीय क्षेत्र (सेंट्रल रेंज) की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई है। एडीजी रेल, निर्मल कुमार आजाद को मगध क्षेत्र, एडीजी (ऑपरेशन) सुशील मानसिंह खोपड़े को शाहाबाद क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस) के एडीजी एस.रविन्द्रण को तिरहुत क्षेत्र, एडीजी (ट्रेनिंग) आर.मलार विझि को चंपारण क्षेत्र, एडीजी स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार को सारण क्षेत्र, एडीजी एससीआरबी एवं आधुनिकीकरण डॉ.कमल किशोर सिंह को पूर्णिया क्षेत्र की कमान सौंपी गई है।
वहीं एडीजी (बजट, अपील एवं कल्याण) पारसनाथ को मुंगेर क्षेत्र, एडीजी(कमजोर वर्ग) अनिल किशोर यादव को बेगूसराय क्षेत्र और एडीजी(सुरक्षा) बच्चू सिंह मीणा को मिथिला क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इसके अलावा आईजी आधुनिकीकरण के.एस.अनुपम को पूर्वी क्षेत्र भागलपुर और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के आईजी एम.आर.नायक को कोशी क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई है। पुलिस मुख्यालय के आदेश के अनुसार ये सभी पदाधिकारी मद्य निषेध के लिए अगल-अलग रेंज के विभिन्न जिलों में की जा रही कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगे।
पहली बार पुलिस मुख्यालय के बड़े अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
बताया गया कि शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से अबतक किसी भी ऑपरेशन में मुख्यालय में तैनात एडीजी और आईजी स्तर के एक दर्जन अफसरों को फील्ड में नहीं उतारा गया था। पुलिस मुख्यालय में मद्य निषेध के आईजी यह पूरा काम देख रहे थे। अब एडीजी स्तर के अफसरों को भी मॉनिटरिंग में लगा दिया गया है।
डीजीपी को सीधे करेंगे रिपोर्ट
शराब के खिलाफ जिन एक दर्जन आईपीएस अफसरों को इस ऑपरेशन में लगाया गया है उन्हें आवंटित रेंज में जाकर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराना है। इन अफसरों को हर महीने जिलों का दौरा कर की जा रही कार्रवाई के संबंध में अपनी टिप्पणी हर महीने डीजीपी को सौंपनी है।