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कैदी संग कॉल गर्ल मामले में सदर अस्पताल प्रबंधक पर कार्रवाई, लेकिन फिर भी नहीं कराया सीसीटीवी वीडियो उपलब्ध

कैदी संग कॉल गर्ल मामले में सदर अस्पताल प्रबंधक पर कार्रवाई, लेकिन फिर भी नहीं कराया सीसीटीवी वीडियो उपलब्ध

HAJIPUR : सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती एक कैदी संघ कॉल गर्ल के पकड़े जाने के मामले में अस्पताल प्रबंधक का अनियमितता के आरोप में तबादला कर दिया गया है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण साही ने कॉल गर्ल मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज निकालने का प्रयास किया था. लेकिन फुटेज नहीं निकल पाया. फुटेज नहीं निकलने की जानकारी लेने पर बताया गया कि 17 सितंबर के बाद का फुटेज नहीं है. 

बताया गया कि सीसीटीवी में खराबी के कारण अस्पताल परिसर की गतिविधि सीसीटीवी में रिकॉर्ड नहीं हुई. अस्पताल प्रबंधक मोहम्मद मजहर अली से जब  सिविल सर्जन ने पूछताछ की उन्होंने बताया कि 17 सितंबर से सीसीटीवी खराब था. इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासनिक दृष्टिकोण से अस्पताल प्रबंधक मोहम्मद मजहर अली का तबादला महुआ अनुमंडल अस्पताल किया गया है. तत्काल हाजे चांद छपरा रेफरल अस्पताल के प्रबंधक को सदर अस्पताल का प्रबंधक बनाया गया है. 

बताते चलें कि अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती एक सजायाफ्ता कैदी ने जुगाड़ कर एक कॉलगर्ल को बुलाया था और वार्ड से सटे नशा मुक्ति केंद्र में कॉल गर्ल के साथ रंगरलिया मनाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. इस घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था।

इस मामले की जांच सदर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ अस्पताल की व्यवस्था की भी पोल खुल गई है. प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए 4 सैफ के जवान जिन की मौके पर तैनाती थी और नशा मुक्ति केंद्र की चाभी संभालने वाले एक स्वास्थ्य कर्मी पर पहले ही कार्रवाई हो चुकी है. वही इस विषय में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया कि सीसीटीवी वीडियो नहीं मिलने के कारण लापरवाही के आरोप में अस्पताल प्रबंधक मजहर अली पर कार्रवाई की गई है। 

"सिविल सर्जन के द्वारा उन पर कार्रवाई की गई है. उनके द्वारा सीसीटीवी वीडियो उपलब्ध नहीं करवाया गया था जबकि उन्हीं का काम है वीडियो उपलब्ध करवाना. यह बहुत बड़ी लापरवाही है. तत्काल उनको यहां से हटा दिया गया है" - डॉ एसके वर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन.

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