Patna : इस महासंकट की घड़ी में बिहार में नीतीश कुमार की सरकार जनता के लिए वरदान साबित हो रही है। एक तरफ जहां वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ सरकार महाअभियान चलाने में जुटी है, वहीं बाढ़ की विनाश लीला के खिलाफ में सरकार जनता के लिए सृजन करने में लगी है। यह कहना है जदयू नेता रितेश रंजन सिंह उर्फ बिट्टू सिंह का।
बिट्टू सिंह ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर वहां की स्थिति और राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं। लोगों के सुविधाओं का ध्यान रखते हुए अधिकारियों को लगातार निर्देश भी जारी कर रहे हैं।
सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर एसडीआरएफ की 33 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सहायता के लिए तैनात की गई है। 7 राहत शिविर लगाए गए हैं जिनमें अभी 12 हजार बाढ़ पीड़ित रह रहे हैं। विभिन्न जिलों में 1267 सामुदायिक चलाए जा रहे हैं। जहां प्रतिदिन 9 लाख 46 हजार लोग भोजन कर रहे हैं।
रितेश रंजन सिंह ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित 6 लाख 30 हजार से अधिक परिवारों के खाते में छह-छह हजार की सहायता राशि भेज दी गई है। यह राशि 378 करोड़ से अधिक है। वहीं शेष प्रभावित परिवारों के खाते में भी राशि भेजी जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार के द्वारा कोरोना के खिलाफ भी महाअभियान चलाया जा रहा है। यही वजह है कि अब राज्य के प्रत्येक पीएचसी सेंटरों पर कोरोना डेथ की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने कहा है कि एक तरफ जहां अबतक 79395 लोग राज्य में कोरोना से संक्रमित हुए हैं तो वहीं इनमें से तकरीबन 64 प्रतिशत लोग कोरोना से जंग जीतने में कामयाब हो गए हैं। कोरोना के रोकथाम के लिए 1 दिन में 75000 से भी ज्यादा लोगों की जांच किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के द्वारा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र तक कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है।