30 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं को कराना होगा यह काम, नहीं कराया तो दर्शन का नहीं मिलेगा सौभाग्य

DESK. अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को कई प्रकार के दस्तावेज और अन्य नियमों का पालन करना होता है. कोरोना के कारण पिछले दो साल से यात्रा बंद थी. इस बार 30 जून से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा है कि अमरनाथ यात्रा करने के इच्छुक तीर्थयात्रियों को अपना आधार कार्ड जमा करना होगा. यानी अगर आधार कार्ड नहीं होगा तो उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी. 

साथ ही स्वेच्छा से आधार कार्ड का प्रमाणीकरण कराना होगा. जम्मू और कश्मीर सरकार केंद्र सरकार की पूर्व स्वीकृति के साथ ही यह अधिसूचित करती है कि तीर्थयात्री अमरनाथजी की यात्रा करने के इच्छुक हैं, उन्हें आधार प्रमाण देना होगा. आधिकारिक गजट में इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से तीर्थयात्रा तक यह नियम लागू रहेगा.

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में लिखा है गया है कि सभी तीर्थयात्रियों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा. दरअसल, दो साल बाद आम जनता के लिए खोली गई यह यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 11 अगस्त को समाप्त होगी.

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र द्वारा गंभीर प्रतिबंध लगाने के बाद 2019 में एहतियात के तौर पर यात्रा को कम कर दिया गया था. महामारी के कारण यात्रा के केवल अनुष्ठानिक पहलुओं को 2020 और 2021 में आयोजित किया गया था। इस वर्ष की तीर्थयात्रा में एक लाख से अधिक भक्तों के भाग लेने की उम्मीद है.