पटना. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी पूर्णिया रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जमकर निशाना साधा. इसे लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि अमित शाह की भाषा सुनकर ऐसा महसूस हुआ कि वे ना नेता लग रहे थे ना ही गृह मंत्री. तेजस्वी ने शाह की भाषा और भाव भंगिमा को निशाने पर लेते हुए कहा कि क्या वे बिहार में डराने आए हैं? उन्होंने अमित शाह पर कोई विशेष टिप्पणी करने से इनकार करते हुए इशारे में ही उन्हें गृह मंत्री पद की गरिमा बनाए रखने का संदेश दे दिया. तेजस्वी ने साफ तौर पर कहा कि आज अमित शाह न तो नेता लग रहे थे और ना ही वे गृह मंत्री प्रतीत हुए.
दरअसल, पूर्णिया में करीब 30 मिनट तक एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने अपने भाषण में 25 मिनट से ज्यादा समय सिर्फ लालू यादव और नीतीश कुमार पर हमला करने में बिता दिया. उन्होंने नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन, उनके अलग अलग समय में भिन्न भिन्न लोगों के साथ हाथ मिलाने और सरकार बनाने पर निशाना साधा. शाह ने लालू यादव को जंगलराज का प्रतीक बताकर नीतीश के उनके साथ जाकर सरकार बनाने पर भी निशाना साधा.
यहां तक कि सीमांचल के जिलों के लोगों को नीतीश-लालू की नई सरकार में ना डरने की अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में मोदी की सरकार में किसी को डरने की जरूरत नहीं है. इन्हीं टिप्पणियों को लेकर तेजस्वी यादव ने अमित शाह के रवैये पर सवाल उठाया.