PATNA: एआइओआर यानि अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्थोपेडिक एंड रिहैबीलिटेशन में अब तक घुटना बदलने की 400 से लेकर 500 सर्जरी की गई है. अब नवीनतम तकनीक का सहारा लेकर संस्थान विश्व में सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस बनने जा रहा है. संस्थान की ओर जोड़ों और कूल्हों को बदलने के लिए नयी तकनीक लाया गया है. इसे स्ट्राइकर्स मैको रोबोटिक आर्म असिस्टेड सर्जरी कहा जाता है. यह नयी तकनीक जोड़ों को बदलने में नयी क्रांति ला रहा है.
12 मई को पटना के मशहूर होटल में हड्डी रोग विशेषज्ञों के बीच इसका प्रदर्शन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन आयोजन अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्थोपेडिक एंड रिहैबीलिटेशन और बिहार आर्थोपेडिक एसोसियेशन ने मिलकर किया है.
संस्था के सलाहकार डॉक्टर आशीष सिंह ने इस सिस्टम पर चर्चा और इसका प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा की हम रोबोटेक में मैको को पाकर उत्साहित हैं. यह जोड़ों को बदलने में सबसे आधुनिक है. इससे जोड़ों को बदलने में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा. अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्थोपेडिक एंड रिहैबीलिटेशन के संस्थापक डॉक्टर आर एन सिंह ने कहा की आजकल देर तक बैठनेवाली जीवन शैली और पोषण की कमी से AARTHRITIS की घटनाएं बढ़ रही है. ऐसे में घुटना बदलवा लेने से दर्द से मुक्ति मिल जाती है.