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अपने संसदीय क्षेत्र में घिरे देश के कृषि मंत्री ! चुनाव में इस बार राधामोहन सिंह को गन्ना की मिठास के बजाए कड़वाहट का हो रहा अहसास

अपने संसदीय क्षेत्र में घिरे देश के कृषि मंत्री ! चुनाव में इस बार राधामोहन सिंह को गन्ना की मिठास के बजाए कड़वाहट का हो रहा अहसास

PATNA:केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को इस बार अपने संसदीय क्षेत्र के चुनाव में गन्ना की मिठास की बजाए कड़वाहट का अहसास हो रहा।क्यों कि इस बार के चुनाव में चीनी मिल के इश्यू ने बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह को परेशान कर दिया है।बंद चीनी मिल की जमीन हेराफेरी को लेकर विपक्षी नेताओं के निशाने पर सीधे केंद्रीय कृषि मंत्री सह बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह आ गए हैं।लोगों के जेहन में एक हीं सवाल है कि आखिर यहां के सांसद जब देश के पीएम बनेंगे तो फिर चीनी मिल चालू होगा ?

 दरअसल चीनी मिल का मुद्दा हर लोकसभा चुनाव में होता था।लेकिन तब राधामोहन सिंह कभी केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं होने तो कभी बिहार में सरकार नहीं होने की बात कहकर निकल जाते थे।लेकिन इस बार केंद्र और राज्य दोनों जगह एनडीए की ही सरकार है।खुद पांच साल देश के कृषि मंत्री रहे।बताया जाता है कि इस बार के चुनाव में  उन्हें वोटरों के सवाल का जवाब नहीं जुट रहा।

2014 में केंद्रीय कृषि बने राधामोहन सिंह

मोतिहारी के सांसद 2014 में चुनाव जीतकर देश के कृषि मंत्री बने।तब मोतिहारी के लोगों की अपेक्षा सातवें आसमान पर चढ़ गया।स्थानीय लोग यह समझने लगे थे कि अब बंद चीनी मिल चालू हो जाएगा।इस आस में 2014 से लेकर 2017 तक का समय बीत गया।इतने समय में न तो चीनी मिल चालू हुआ और न गन्ना किसानों और मिल मजदूरों के बकाए राशि का हीं भुगतान हुआ।

चुपके से बेंच दी गई 45 एकड़ जमीन

बताया जाता है कि चुपके-चुपके मोतिहारी चीनी मिल के अंदर बड़ा खेल हो गया।रातो-रात चीनी मिल की करीब 45 एकड़ जमीन को बेंच दिया गया।बकाएदारों को फूटी-कौडी नसीब नहीं हुई और चीनी मिल मालिक के साथ मिलकर जिले के कुछ लोग बेसकीमती जमीन औने-पौने दाम में रजिस्ट्री करवा ली .

2 मजदूरो ने शरीर में लगा ली थी आग 

जमीन बिकने से कुछ दिन पहले हीं मजदूरों नें बड़ा हंगामा किया था।गन्ना किसान और मिल के मजदूर इसमे स्थानीय सांसद सह केंद्रीय कृषि मंत्री को जिम्मेदार मानते हैं।केंद्रीय कृषि मंत्री के संसदीय क्षेत्र के चीनी मिल मजदूर अपने बकाए भुगतान की मांग करते –करते आत्मदाह कर लिया।दो मजदूरों ने चीनी मिल गेट पर तड़पकर जान दे दी।फिर भी कुछ नहीं हुआ, उल्टे हाईलेवल सेटिंग के तहत चीनी मिल की जमीन बेंच दी गई।

बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह पर बड़ा आरोप

मोतिहारी के पूर्व सांसद व वर्तमान में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डा. अखिलेश प्रसाद सिंह कहते हैं कि देश के कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने मोतिहारी को लूटने का काम किया है।उन्होने आरोप लगाया है कि मोतिहारी चीनी मिल की जमीन बेंचवाने के मामले में इनकी संलिप्तता है और पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।अखिलेश सिंह ने दावा किया है कि चीनी मिल की जमीन फर्जीवाड़ा मामले में वे कागजात के साथ खुलासा करेंगे और इस मुद्दे को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तक ले जायेंगे।

बीजेपी विधायक कह रहे कि नही की कोई गड़बड़ी

राधामोहन सिंह के बचाव में उतरे कल्याणपुर के बीजेपी विधायक कहते हैं कि राधामोहन सिंह ने कोई गड़बड़ी नही की है।यह सब विपक्षी नेताओं की तरफ से किया गया है।हालांकि जब उनसे पूछा गया कि इसका आपके पास क्या सबूत है तो बीजेपी विधायक कहते हैं कि सबूत लेकर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे.

विधानपरिषद कमेटि को करनी थी जांच

चुपके से मोतिहारी चीनी मिल की जमीन बिक्री मामले की खबर के बाद विधानमंड़ल में भी हंगामा हुआ था।विधानपरिषद में जदयू विधानपार्षद सतीश कुमार ने मामला उठाया था।तब विधानपरिषद सभापति  ने जांच कराने का आदेश दिया था।लेकिन ऐसा लगता है कि मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से जांच को ठंढे बस्ते में डाल दिया गया।

जांच भले हीं ठंढ़े बस्ते में डाल दिया गया हो लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में चीनी मिल जमीन बिक्री का मुद्दा गरमा गया है।स्थानीय लोग इस चुनाव में अपने सांसद से इसका जवाब मांग रहे हैं। 

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